सेमीकंडक्टर तकनीक के क्षेत्र में वैश्विक सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर और सिंगापुर के इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स (IME) — जो एजेंसी फॉर साइंस, टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च (A*STAR) के अंतर्गत कार्यरत एक प्रमुख अनुसंधान संस्था है — ने एक सहयोग ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह साझेदारी SEMICON Southeast Asia 2025 जैसे प्रतिष्ठित कार्यक्रम के दौरान घोषित की गई, जिसमें सेमीकंडक्टर क्षेत्र के शीर्ष विशेषज्ञ और नवोन्मेषक एकत्रित हुए।
इस MoU का उद्देश्य सेमीकंडक्टर तकनीकों के क्षेत्र में सहयोगात्मक अनुसंधान और मानव संसाधन विकास को बढ़ावा देना है। दोनों संस्थान मिलकर कई उच्च-प्रभाव वाले क्षेत्रों में अनुसंधान करेंगे, जैसे:
पोस्ट-CMOS (Complementary Metal-Oxide-Semiconductor) तकनीकें
उन्नत ट्रांजिस्टर तकनीक
हेटेरोजीनियस इंटीग्रेशन और चिप पैकेजिंग
AI-आधारित हार्डवेयर एक्सेलेरेटर
क्वांटम डिवाइसेज़ और फोटॉनिक सिस्टम्स
थर्मल प्रबंधन और विश्वसनीयता परीक्षण
यह बहुविषयक दृष्टिकोण सेमीकंडक्टर उद्योग में मौलिक और व्यावहारिक दोनों प्रकार के नवाचारों को बढ़ावा देगा।
IIT खड़गपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर आनंदरूप भट्टाचार्य ने इसे एक “परिवर्तनकारी पहल” बताया। उन्होंने कहा कि भारत एक सेमीकंडक्टर विनिर्माण शक्ति बनने की ओर अग्रसर है और इस दिशा में वैश्विक सहयोग बेहद आवश्यक है। यह समझौता भारत की वैश्विक तकनीकी नेतृत्व की महत्वाकांक्षा को और बल देता है।
अनुसंधान के अलावा, यह साझेदारी मानव संसाधन विकास के लिए निम्नलिखित पहलों को भी बढ़ावा देगी:
अनुसंधानकर्ताओं, इंजीनियरों और छात्रों के लिए द्विपक्षीय आदान-प्रदान कार्यक्रम
नवीनतम सेमीकंडक्टर तकनीकों पर आधारित विशेष प्रशिक्षण कार्यशालाएं
संयुक्त कार्यशालाएं और संगोष्ठियाँ
इन पहलों का उद्देश्य वैश्विक मांगों को पूरा करने के लिए नई पीढ़ी के सेमीकंडक्टर पेशेवरों को तैयार करना है।
A*STAR में इनोवेशन और एंटरप्राइज के डिप्टी चीफ एग्जीक्यूटिव प्रोफेसर येओ यी चिया ने कहा, “सिंगापुर की सेमीकंडक्टर में प्रगति का मूल आधार अनुसंधान, उद्योग और सरकार के बीच सहयोग है। Innovate Together जैसे प्लेटफॉर्म के ज़रिए हम साझा चुनौतियों के समाधान और सार्थक नवाचार को बढ़ावा देना चाहते हैं।”
IIT खड़गपुर, जिसकी स्थापना 1951 में हुई थी, भारत के अग्रणी विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थानों में से एक है, जो माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स और मटेरियल रिसर्च में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इसका सेमीकंडक्टर अनुसंधान “मेक इन इंडिया” पहल को मजबूती देता है।
IME (सिंगापुर), A*STAR के अंतर्गत कार्यरत एक अग्रणी संस्थान है जो माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स में वैश्विक स्तर पर अग्रणी अनुसंधान करता है। IME सिंगापुर को दक्षिण-पूर्व एशिया के सेमीकंडक्टर हब के रूप में स्थापित करने में प्रमुख भूमिका निभा रहा है।
IIT खड़गपुर और IME के बीच यह साझेदारी वैश्विक सेमीकंडक्टर सहयोग के एक नए युग की शुरुआत है। जैसे-जैसे वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग अधिक जटिल और प्रतिस्पर्धी बन रहा है, इस प्रकार की भागीदारी नवाचार को गति देने, प्रतिभाशाली पेशेवर तैयार करने और साझा चुनौतियों से निपटने में अहम भूमिका निभाएगी।
यह सहयोग न केवल दोनों संस्थानों की अनुसंधान क्षमताओं को बढ़ाएगा बल्कि भारत और सिंगापुर के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को भी वैश्विक मंच पर और मजबूत करेगा।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…
भारत विश्व की कुल जैव विविधता का लगभग 8% हिस्सा अपने भीतर समेटे हुए है।…
भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने 3 दिसंबर 2025 को घोषणा की कि फ्लिपकार्ट के वरिष्ठ…
पूर्वोत्तर भारत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के उपयोग को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण…
भारत की समृद्ध धरोहर, स्थापत्य कला और सांस्कृतिक विविधता हर वर्ष लाखों यात्रियों को आकर्षित…