अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने धीमी ओवर गति की समस्या से निपटने के लिए टेस्ट क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक नियम लागू किया है। 2025-27 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र के खेलने की परिस्थितियों के अनुसार अगर जानबूझकर पूरा रन नहीं लिया जाता तो यह फैसला फील्डिंग करने वाली टीम करेगी कि कौन सा बल्लेबाज गेंदबाज का सामना करेगा।
यह नए नियम 2025-2027 डब्ल्यूटीसी चक्र से लागू होंगे, जिसकी शुरुआत श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच गाले में पहले टेस्ट के साथ हुई थी। आईसीसी की वेबसाइट पर मौजूद टेस्ट मैच की खेलने की परिस्थितियों के अनुसार सीमित ओवरों के क्रिकेट की तरह लंबे प्रारूप में भी धीमी ओवर गति की समस्या से निपटने के लिए स्टॉप क्लॉक का इस्तेमाल किया जाएगा।
समाचार में क्यों?
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने 2025–27 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र के लिए नए खेल नियम लागू किए हैं। सबसे बड़ा बदलाव — टेस्ट क्रिकेट में धीमी ओवर गति को रोकने के लिए “स्टॉप क्लॉक” का नियम लागू किया गया है। इसके अलावा, जानबूझकर की गई छोटी दौड़ (शॉर्ट रन) और गेंद से छेड़छाड़ से जुड़े नियमों में भी स्पष्टता लाई गई है।
मुख्य बिंदु
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प्रभावी तिथि: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025–27 चक्र से लागू
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पहला मैच: श्रीलंका बनाम बांग्लादेश टेस्ट श्रृंखला, गाले
स्टॉप क्लॉक नियम
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हर नया ओवर पिछले ओवर के समाप्त होने के 60 सेकंड के भीतर शुरू करना होगा।
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एक इलेक्ट्रॉनिक घड़ी (क्लॉक) मैदान पर प्रदर्शित होगी।
दंड:
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पहले दो उल्लंघनों पर चेतावनी दी जाएगी।
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तीसरी बार देरी होने पर बल्लेबाजी टीम को 5 रन पेनल्टी दी जाएगी।
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80 ओवर के बाद चेतावनी रीसेट हो जाएंगी।
सलाइवा नियम
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गेंद पर सलाइवा (थूक) लगाने पर पहले की तरह प्रतिबंध जारी रहेगा।
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यदि अनजाने में सलाइवा लग जाती है, तो गेंद बदलना आवश्यक नहीं होगा।
DRS रेफरल – अंपायर बनाम खिलाड़ी
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यदि अंपायर और खिलाड़ी दोनों ने रिव्यू मांगा हो, तो जो पहले मांगा गया हो, उसे प्राथमिकता दी जाएगी।
जानबूझकर छोटी दौड़
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यदि बल्लेबाज जानबूझकर छोटी दौड़ करता है, तो फील्डिंग साइड को यह तय करने का अधिकार होगा कि अगली गेंद पर स्ट्राइक पर कौन बल्लेबाज रहेगा।
बदलाव का उद्देश्य
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टेस्ट क्रिकेट की गति और आकर्षण को बढ़ाना।
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फील्डिंग टीमों में अनुशासन को प्रोत्साहित करना।
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खेल को और अधिक प्रशंसक-मैत्रीपूर्ण और प्रतिस्पर्धात्मक बनाना।