ज्ञात हिंदी साहित्यकार कृष्ण सोबती को ज्ञानपीठ चयन बोर्ड द्वारा वर्ष 2017 के लिए 53 वीं ज्ञानपीठ पुरस्कार के लिए चुना गया है.
पाकिस्तान में रहने वाली 92 वर्षीय सोबती का जन्म 1925 में गुजरात में हुआ था, वह नए लेखन शैलियों के साथ प्रयोग करने और उनकी कहानियों में “बोल्ड” और “साहसी” वर्ण बनाने के लिए जानी जाती है जो सभी चुनौतियों को स्वीकार करने के लिए तैयार थी. उनकी भाषा अत्यधिक हिंदी, उर्दू और पंजाबी संस्कृतियों के बीच में अंतर से प्रभावित होती है.
उपरोक्त समाचार से IBPS PO Main परीक्षा के लिए परीक्षा उपयोगी तथ्य –
- वह अतीत में कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त कर चुकी हैं, जिनमें हिंदी अकादमी पुरस्कार, शिरोण पुरस्कार, मैथली शरण गुप्त सम्मान, साहित्य अकादमी फैलोशिप और पद्म भूषण शामिल हैं.
- 2016 के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार शंख घोष को दिया गया था।
- ज्ञानपीठ पुरस्कार भारत का सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान है
- 1 9 65 में प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार जी। शंकर कुरुप को दिया गया था
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यह 1961 में भारतीय ज्ञानपीठ ट्रस्ट द्वारा स्थापित किया गया था जिसे साहू शांति प्रसाद जैन परिवार ने स्थापित किया था।.
स्रोत- द टाइम्स ऑफ इंडिया