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एचडीएफसी बैंक बनी दूसरी मूल्यवान कंपनी, टीसीएस तीसरे स्थान पर खिसकी

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देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक एचडीएफसी अब मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से भी दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गई है। एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक का मर्जर 1 जुलाई को हुआ था। एचडीएफसी बैंक ने आईटी दिग्गज टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को पछाड़कर बाजार पूंजीकरण के हिसाब से दूसरी सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है।

 

TCS से ज्यादा हुआ वैल्युएशन

शेयर बाजार से प्राप्त जानकारी के अनुसार निजी क्षेत्र के HDFC बैंक में HDFC लिमिटेड के विलय के कुछ दिनों बाद 20 जुलाई को यह टीसीएस को पीछे छोड़ते हुए बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश की दूसरी सर्वाधिक मूल्यवान कंपनी बन गई। शेयर बाजार बीएसई में कारोबार बंद होते समय एचडीएफसी बैंक का शेयर 1,688.50 रुपये के भाव पर रहा। इस तरह कंपनी का कुल बाजार पूंजीकरण 12,72,718.60 करोड़ रुपये हो गया जो टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) से अधिक है। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 12,66,891।

 

HDFC बना देश का सबसे बड़ा बैंक

एचडीएफसी लिमिटेड का एचडीएफसी बैंक में मर्जर होने से देश के बैंकिंग जगत में भी रैंकिंग में फेरबदल हुआ है। एचडीएफसी बैंक अब देश पूंजीकरण के लिहाज से देश का सबसे मूल्यवान बैंक भी बन गया है। उसके बाद आईसीआईसीआई बैंक और भारतीय स्टेट बैंक का स्थान है।

 

रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर

रिलायंस इंडस्ट्रीज 17,72,455.70 करोड़ रुपये के बाजार मूल्यांकन के साथ देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है, इसके बाद दूसरे नंबर पर एचडीएफसी बैंक, तीसरे नंबर पर टीसीएस, चौथे पर आईसीआईसीआई बैंक (6,96,538.85 करोड़ रुपये) और पांचवे पर हिंदुस्तान यूनिलीवर (6,34,941.79 करोड़ रुपये) है।

 

बैंकों में सबसे मूल्यवान बैंक

एमकैप के हिसाब से एचडीएफसी बैंक देश का सबसे मूल्यवान बैंक है, इसके बाद आईसीआईसीआई बैंक है, जिसका बाजार मूल्यांकन 6,96,538.85 करोड़ रुपये है, और तीसरे नंबर पर भारतीय स्टेट बैंक (5,44,356.70 करोड़ रुपये) है।

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FAQs

एचडीएफसी बैंक की स्थापना कब हुई थी?

एचडीएफसी बैंक की स्थापना अगस्त 1994 में की गयी थी।