वरिष्ठ पत्रकार हरिंदर बावेजा (Harinder Baweja) ने अपनी दुर्लभ और रोमांचक आत्मकथा ‘They Will Shoot You, Madam: My Life Through Conflict’ में अपने चार दशकों से अधिक के पत्रकारिता जीवन के अनुभवों को साझा किया है। यह पुस्तक 1 अक्टूबर 2025 को दिल्ली में लॉन्च की गई। इसमें उन्होंने भारत और दुनिया के कई संघर्षग्रस्त क्षेत्रों से की गई अपनी साहसी रिपोर्टिंग का वर्णन किया है। शीर्षक ही इस बात का प्रतीक है कि बावेजा का जीवन जोखिम, निडरता और सच्चाई की खोज से भरा रहा है — जहाँ कई बार साहस ने भय पर विजय पाई।
लॉन्च कार्यक्रम में पूर्व पंजाब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भावुक होकर उस घटना को याद किया जब उन्होंने ऑपरेशन ब्लू स्टार (1984) के बाद बावेजा की जान बचाई थी।
यही अनुभव उनके निर्भीक करियर की शुरुआत बना, जो आगे कश्मीर, पाकिस्तान, अफगानिस्तान से लेकर मलेशिया के अंडरवर्ल्ड ठिकानों तक फैला।
बावेजा ने कहा —
“मेरे लिए धर्म पत्रकारिता है। मेरे संपादक मुझे कठिन जगहों पर भेजते थे, और मैं जाती थी — क्योंकि सच्चाई तक पहुँचने के लिए हिम्मत और किस्मत दोनों ज़रूरी हैं।”
उनकी रिपोर्टिंग असाइनमेंट किसी थ्रिलर उपन्यास से कम नहीं लगते —
26/11 मुंबई हमलों के बाद पाकिस्तान में रिपोर्टिंग:
हमलों के केवल 10 दिन बाद बावेजा पाकिस्तान पहुँचीं और जमीनी तथ्यों को उजागर किया।
मलेशिया में छोटा राजन का इंटरव्यू:
भारत के सबसे वांछित अंडरवर्ल्ड डॉन से इंटरव्यू के लिए उन्होंने रणनीतिक और साहसिक कदम उठाया।
कश्मीर में यासीन मलिक से मुलाकात:
1990 के दशक में अलगाववादी नेता यासीन मलिक से इंटरव्यू के दौरान उन्होंने एक असहज और व्यक्तिगत स्थिति का सामना किया, जिसे बाद में उन्होंने उत्पीड़न का अनुभव बताया।
बावेजा का करियर बताता है कि लोकतंत्र में स्वतंत्र पत्रकारिता कितनी आवश्यक है।
संघर्ष क्षेत्रों में जाकर रिपोर्टिंग करना, जान जोखिम में डालना — यह सब उनकी सच्चाई के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उनकी आत्मकथा केवल व्यक्तिगत इतिहास नहीं, बल्कि भारतीय पत्रकारिता के बदलते परिदृश्य का दस्तावेज़ है — जहाँ आज राजनीतिक दबाव, गलत सूचना और डिजिटल शोर नई चुनौतियाँ बनकर उभरे हैं।
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई भी उपस्थित थे।
दोनों ने संघर्ष क्षेत्रों में रिपोर्टिंग की जटिलताओं पर चर्चा की —
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बावेजा जैसे पत्रकार वे सच दर्ज करते हैं जिन्हें बोलने की हिम्मत कई लोगों में नहीं होती।
राजदीप सरदेसाई ने ऐसी रिपोर्टिंग में आने वाले नैतिक द्वंद्व (ethical dilemmas) पर प्रकाश डाला।
लेखिका: हरिंदर बावेजा
पुस्तक का शीर्षक: They Will Shoot You, Madam: My Life Through Conflict
विमोचन तिथि: 1 अक्टूबर 2025
स्थान: नई दिल्ली
अनुभव: 40 वर्षों से अधिक की संघर्ष पत्रकारिता
प्रमुख घटनाएँ: ऑपरेशन ब्लू स्टार, 26/11 मुंबई हमले, कश्मीर और पाकिस्तान में रिपोर्टिंग
अतिथि वक्ता: कैप्टन अमरिंदर सिंह, उमर अब्दुल्ला, राजदीप सरदेसाई
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