हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने Su-30MKI जेट के लिए 60,000 करोड़ रुपये का अपग्रेड शुरू किया है। उन्नयन में उन्नत एवियोनिक्स, रडार शामिल हैं।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के सहयोग से Su-30MKI लड़ाकू जेट बेड़े के लिए 60,000 करोड़ रुपये की एक व्यापक उन्नयन परियोजना शुरू की है। इस पहल का उद्देश्य उन्नत प्रौद्योगिकियों और स्वदेशी प्रणालियों के एकीकरण के माध्यम से विमान की क्षमताओं को बढ़ाना है।
एवियोनिक्स और रडार:
इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताएँ:
हथियार प्रणाली एकीकरण:
विमान की युद्ध प्रभावशीलता और बहुमुखी प्रतिभा को बढ़ाने के लिए नई हथियार प्रणालियों का एकीकरण।
स्वदेशी घटक प्रतिस्थापन:
पहला चरण:
दूसरा चरण:
एक लाख रुपये की सीमा तय की गई है।
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