गुजरात स्थापना दिवस (Gujarat Sthapana Divas) हर वर्ष 1 मई को मनाया जाता है। यह दिन वर्ष 1960 में गुजरात राज्य के गठन की स्मृति में मनाया जाता है, जब बॉम्बे राज्य को भाषाई आधार पर विभाजित किया गया था। महागुजरात आंदोलन के परिणामस्वरूप यह गठन हुआ, जिससे गुजराती भाषी जनता की सांस्कृतिक और प्रशासनिक पहचान को मान्यता मिली। यह दिन परेड, ध्वजारोहण, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ पूरे राज्य में उत्साहपूर्वक मनाया जाता है।
1 मई 2025 को गुजरात ने अपना स्थापना दिवस (Statehood Day) मनाया, जिस दिन 1960 में राज्य को “गुजरात” के नाम से पहचान मिली थी।
बॉम्बे राज्य स्वतंत्रता के बाद एक द्विभाषिक राज्य था, जिसमें मराठी और गुजराती भाषी क्षेत्र शामिल थे।
भाषायी आधार पर राज्यों की माँग पूरे देश में उठी, और इसी संदर्भ में महागुजरात आंदोलन चला।
पहली बार 1937 में के.एम. मुंशी ने कराची में गुजरात साहित्य सभा में अलग गुजरात राज्य की कल्पना रखी।
इंदुलाल याज्ञिक के नेतृत्व में महागुजरात जनता परिषद ने जन समर्थन जुटाया।
1 मई 1960 को बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम, 1960 के तहत गुजरात को अलग राज्य का दर्जा मिला।
सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों को भी गुजरात में शामिल किया गया।
प्रारंभ में अहमदाबाद राजधानी थी, जो 1970 में गांधीनगर में स्थानांतरित हुई।
यह दिन महागुजरात आंदोलन के संघर्षों और बलिदानों की स्मृति है।
यह गुजराती समुदाय में सांस्कृतिक पहचान और भाषाई गौरव को मजबूत करता है।
औद्योगीकरण, अवसंरचना और शिक्षा में राज्य की प्रगति को उजागर करता है।
यह दिन राज्य की उपलब्धियों की समीक्षा करने और भविष्य की दिशा तय करने का अवसर देता है।
एकता, क्षेत्रीय गौरव और जन भागीदारी को बढ़ावा देता है।
भारत का दूसरा सबसे बड़ा ऑनशोर कच्चे तेल उत्पादक और चौथा सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस उत्पादक राज्य।
अंकलेश्वर, मेहसाणा, हजीरा, भरूच आदि में पेट्रोलियम भंडार – इसे भारत की पेट्रोलियम राजधानी कहा जाता है।
विश्व के 72% प्रोसेस्ड हीरे और भारत के 80% हीरा निर्यात गुजरात से होता है।
भारत के 65–70% डेनिम कपड़े का उत्पादन करता है – देश में पहला और विश्व में तीसरा स्थान।
60 विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZs) अधिसूचित हैं।
8 रासायनिक क्लस्टर, 14 औद्योगिक क्षेत्र, 3 पेट्रोकेमिकल SEZs।
42 बंदरगाह और 18 कार्यरत हवाई अड्डे – भारत में लॉजिस्टिक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर में पहला स्थान।
3 केंद्रीय विश्वविद्यालय,
22 राज्य विश्वविद्यालय,
32 निजी विश्वविद्यालय,
238 AICTE मान्यता प्राप्त इंजीनियरिंग कॉलेज,
422 आईटीआई,
145 पॉलीटेक्निक संस्थान,
74 फार्मेसी कॉलेज,
4 कृषि विश्वविद्यालय।
गुजरात की जनसंख्या 6.04 करोड़ (भारत की कुल जनसंख्या का 5%)।
65% से अधिक आबादी कामकाजी आयु वर्ग (15–59) में आती है।
कवंत, तरनेतर, शामलाजी जैसे मेलों के लिए प्रसिद्ध।
राज्य की पहचान लोकनृत्य, हस्तशिल्प, और आध्यात्मिक उत्सवों से जुड़ी है।
मुख्य समारोह: गोधरा, पंचमहल ज़िले में आयोजित
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ₹644.72 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया
प्रमुख परियोजनाएँ:
IG पुलिस कार्यालय
RTO भवन
बायपास रोड
पावागढ़ रोपवे विस्तार
लिथियम आयरन बैटरी प्रोसेसिंग प्लांट
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने भी भाग लिया
प्रमुख कार्यक्रम:
गुजरात पुलिस द्वारा शस्त्र प्रदर्शनी
पुलिस बैंड परेड
सांस्कृतिक संध्या और विशिष्ट नागरिकों का सम्मान
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