गुजरात सरकार ने कुटीर और ग्रामीण उद्योगों को सशक्त बनाने, हस्तशिल्प को संरक्षित करने, और घरेलू व वैश्विक बाजार में उनकी उपस्थिति को बढ़ाने के लिए महत्वाकांक्षी कुटीर और ग्रामीण उद्योग नीति 2024-29 की शुरुआत की है। यह नीति कर्ज सहायता बढ़ाने, बुनियादी ढांचे के विकास, और ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) योजना व जीआई टैगिंग जैसी पहलों के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
1. ऋण और सब्सिडी में वृद्धि
2. कौशल विकास और रोजगार सृजन
3. ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) के तहत अद्वितीय उत्पादों का प्रचार
4. बाजार विस्तार और बिक्री में वृद्धि
5. भौगोलिक संकेतक (GI) टैगिंग
6. कौशल और बाजार आधुनिकीकरण
हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…
यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…
मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…
भारत विश्व की कुल जैव विविधता का लगभग 8% हिस्सा अपने भीतर समेटे हुए है।…
भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…