प्रधानमंत्री ने सौराष्ट्र के लोगों को कई विकास परियोजनाओं के साथ-साथ जीवनदायिनी ‘सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण इरिगेशन’ (SAUNI) योजना की एक बड़ी सौगात दी। गुजरात सरकार ने SAUNI योजना के अंतर्गत लिंक-3 के पैकेज 8 और पैकेज 9 का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है।
इसका प्राथमिक लक्ष्य
प्रधान मंत्री द्वारा शुरू की गई सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण सिंचाई (एसएयूएनआई) योजना, गुजरात में किसानों को कृषि और सिंचाई जरूरतों के लिए दिन के समय बिजली की आपूर्ति करना चाहती है। इसका प्राथमिक लक्ष्य नर्मदा नदी के किनारे स्थित सरदार सरोवर बांध से अतिरिक्त बाढ़ के पानी को प्रवाहित करना और सूखाग्रस्त क्षेत्रों में 115 प्रमुख बांधों को फिर से भरने के लिए उनका उपयोग करना है।
इस परियोजना के अतंर्गत पिछले 7 वर्षों में 1203 किलोमीटर की पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है। इससे 95 जलाशयों, 146 गांव के तालाबों और 927 चेक बांधों में कुल अनुमानित 71206 मिलियन क्यूबिक फीट पानी उपलब्ध कराया जा चुका है, जिससे लगभग 6.50 लाख एकड़ क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं में सुधार हुआ है। इससे लगभग 80 लाख की आबादी को पीने के लिए मां नर्मदा का पानी मिलने लगा है।
क्या है SAUNI योजना?
SAUNI यानी सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण सिंचाई योजना, सौराष्ट्र क्षेत्र के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और जीवनदायिनी परियोजना है। इसके तहत नर्मदा नदी में आने वाले अतिरिक्त एक मिलियन एकड़ फीट (43,500 मिलियन क्यूबिक फीट) पानी को सौराष्ट्र के 11 सूखाग्रस्त जिलों के 115 मौजूदा जलाशयों में भरने की योजना है।
इस परियोजना के पूरे होने पर 970 से अधिक गांवों की 8,24,872 एकड़ क्षेत्र को सिंचाई और 82 लाख लोगों को पीने के पानी के लिए नर्मदा के पानी की सुविधा मिलेगी। उल्लेखनीय है कि 18,563 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किए जा रहे SAUNI परियोजना का 95% कार्य पूरा हो चुका है और शेष कार्य पर भी तेज गति से काम जारी है।