भारत सरकार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के सेवानिवृत्त होने वाले उन कर्मियों के लिए मानद वरिष्ठ रैंक प्रदान करने की योजना पर विचार कर रही है, जिन्हें संगठनात्मक बाधाओं के कारण पदोन्नति नहीं मिल सकी। इस पहल का उद्देश्य सेवानिवृत्त कर्मियों का मनोबल बढ़ाना और उनकी सेवाओं को मान्यता देना है।
प्रस्ताव का विवरण
केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) के पूर्व महानिदेशक अनिश दयाल सिंह ने प्रस्ताव दिया कि जो कर्मी पदोन्नति के लिए पात्र हैं, लेकिन रिक्तियों की प्रतीक्षा में हैं, उन्हें अपनी सेवा के अंतिम महीने में अगले उच्च रैंक का प्रतीक चिन्ह पहनने की अनुमति दी जाए। उदाहरण के लिए, एक सिपाही जो हेड कांस्टेबल के पद के लिए योग्य है, उसे हेड कांस्टेबल का प्रतीक चिन्ह पहनने की अनुमति दी जाएगी। यह मानद रैंक उनकी सेवा रिकॉर्ड में दर्ज की जाएगी, और उन्हें संबंधित वेतन भी मिलेगा। गृह मंत्री अमित शाह ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, और इसे जल्द ही सभी CAPF में लागू किया जाएगा।
संदर्भ और पृष्ठभूमि
यह प्रस्ताव CAPF में पदोन्नति में देरी से संबंधित लंबे समय से चली आ रही चिंताओं का समाधान करता है। 30 अक्टूबर 2024 तक, सभी CAPF में 1,00,204 पद खाली थे, जबकि 2020 से 2024 के बीच 71,231 नए पद सृजित किए गए। इन रिक्तियों के बावजूद, भर्ती और आंतरिक पदोन्नति में व्यवस्थित समस्याओं के कारण पदोन्नति में काफी देरी हुई है। मानद रैंक की यह पहल एक अस्थायी समाधान प्रदान करती है, जबकि सरकार इन चुनौतियों का दीर्घकालिक समाधान तलाश रही है।
ऐतिहासिक दृष्टिकोण
भारत में मानद रैंक प्रदान करने की अवधारणा नई नहीं है। भारतीय सेना में, सेवा निवृत्ति के करीब पहुंचने वाले उत्कृष्ट सैनिकों को मानद रैंक, जैसे कि जूनियर कमीशन अधिकारी, से सम्मानित किया गया है। यह प्रथा, जिसे ‘ब्रेवेट’ कहा जाता है, ब्रिटिश औपनिवेशिक युग से प्रचलित है। इसके अलावा, भारतीय सेना ने सद्भावना और मान्यता के रूप में प्रमुख नागरिकों और विदेशी प्रशिक्षुओं को मानद रैंक प्रदान की है।
प्रभाव
CAPF कर्मियों के लिए मानद वरिष्ठ रैंक की शुरुआत से मनोबल बढ़ने और उनकी सेवाओं की प्रतीकात्मक मान्यता मिलने की उम्मीद है। हालांकि, यह पदोन्नति में देरी का कारण बनने वाली प्रणालीगत समस्याओं का समाधान नहीं करता, लेकिन यह सेवानिवृत्त कर्मियों का सम्मान करने के लिए एक अस्थायी उपाय के रूप में कार्य करता है। सरकार CAPF में पदोन्नति की समयसीमा में सुधार और रिक्तियों को दूर करने के लिए दीर्घकालिक समाधान पर काम जारी रखे हुए है।
समाचार में क्यों? | मुख्य बिंदु |
सरकार का विचार | CAPF कर्मियों के लिए मानद वरिष्ठ रैंक प्रदान करने का प्रस्ताव, जो पदोन्नति में देरी के कारण पदोन्नत नहीं हो सके। |
– सेवानिवृत्ति के करीब पहुंचने वाले और पदोन्नति के योग्य कर्मियों को अगली उच्च रैंक का प्रतीक चिन्ह पहनने की अनुमति। | |
– उदाहरण: एक सिपाही जो हेड कांस्टेबल के लिए पात्र है, वह हेड कांस्टेबल का प्रतीक चिन्ह पहन सकेगा। | |
– यह रैंक सेवा रिकॉर्ड में दर्ज होगी और संबंधित वेतन दिया जाएगा। | |
– गृह मंत्री अमित शाह द्वारा स्वीकृत, सभी CAPF में लागू किया जाएगा। | |
– अक्टूबर 2024 तक CAPF में 1,00,204 पद खाली। | |
संबंधित मंत्रालय | गृह मंत्रालय |
संगठन/संवैधानिक निकाय | केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) |
हाल की स्वीकृतियाँ | गृह मंत्री अमित शाह ने प्रस्ताव को मंजूरी दी। |
सेवा संबंधित जानकारी | – CAPF में रिक्त पद: 1,00,204 |
मानद रैंक के पिछले उदाहरण | भारतीय सेना में सेवानिवृत्ति के करीब पहुंचने वाले सैनिकों को मानद रैंक प्रदान करने की परंपरा। |
उद्देश्य | सेवानिवृत्त कर्मियों का मनोबल बढ़ाना और उनकी लंबी सेवा को मान्यता देना। |