भारत सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस 2020 के वर्चुअल उत्सव के दौरान, जैव विविधता के संरक्षण के लिए कुछ महत्वपूर्ण पहलों की शुरूआत की है। जो इस प्रकार हैं:-
- केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री ने राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण (National Biodiversity Authority) और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) का जैव विविधता संरक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया। इस कार्यक्रम में एक खुली, पारदर्शी और ऑनलाइन प्रतियोगी प्रक्रिया के जरिये एक वर्ष की अवधि के लिए 20 छात्रों को स्नातकोत्तर डिग्री के साथ जोड़ने का प्रस्ताव है। ये छात्र प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन और जैव विविधता संरक्षण के बारे में जानेंगे। इस तरह वे विभिन्न राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में एनबीए की परियोजनाओं का समर्थन करेंगे। इसके अलावा वे राज्य जैव विविधता बोर्डों/संघ राज्य क्षेत्र जैव विविधता परिषद के आदेशों का पालन करने में तकनीकी रूप से सहायता करने के लिए भी जिम्मेदार होंगे।
- सभी जानवर इच्छा से पलायन नहीं करते: लुप्तप्राय प्रजातियों की अवैध तस्करी पर यूएनईपी अभियान का शुभारंभ भी किया गया है। यह अभियान वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो द्वारा UNEP के सहयोग से शुरू किया गया था। अभियान की शुरुआत का उद्देश्य पर्यावरणीय चुनौतियों को दूर करना, जागरूकता बढ़ाना और समाधान की वकालत करने का प्रयास करना है।
- जैव विविधता संरक्षण और जैविक विविधता अधिनियम, 2002: इस वर्चुअल उत्सव के दौरान जैव विविधता संरक्षण और जैविक विविधता अधिनियम, 2002 ’पर एक वेबिनार श्रृंखला भी शुरू की गई थी।
- WWF मॉडल सम्मेलन ऑफ पार्टीज (MCoP): एक पहल “WWF मॉडल सम्मेलन ऑफ पार्टीज (MCoP)” को वर्चुअल इवेंट के दौरान लॉन्च किया गया था। इस पहल में युवा पीढ़ी को भी शामिल किया गया है, ताकि वे एक नई शुरुआत कर सकें और जैव विविधता पर मानवता के पदचिह्न का प्रभाव और हमारे अपने अस्तित्व के लिए जैव विविधता पोषण के महत्व के बारे में बातचीत कर सकें।
- इस दौरान डब्ल्यूडब्ल्यूएफ द्वारा समर्थित एक जागरूकता अभियान भी शुरू किया गया ताकि मानव जाति के लिए उपलब्ध कराई गई मुफ्त पारिस्थितिकी सेवाओं के जरिये प्रकृति की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया जा सके।
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