वैश्विक शांति सूचकांक 2024

इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (IEP) द्वारा प्रकाशित ग्लोबल पीस इंडेक्स (GPI) 2024, 163 स्वतंत्र राज्यों और क्षेत्रों का मूल्यांकन करते हुए वैश्विक शांति का एक व्यापक माप करता है। यह रिपोर्ट दुनिया भर में हिंसा के रुझानों, परिणामों और आर्थिक प्रभावों पर प्रकाश डालती है, शांति की वर्तमान स्थिति और इसे प्रभावित करने वाले कारकों में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करती है।

मुख्य निष्कर्ष

  • वैश्विक शांति में गिरावट: वर्ष 2024 में वैश्विक शांति का औसत स्तर 0.56% बिगड़ गया। यह शांति में गिरावट का लगातार पांचवां वर्ष है।
  • देश में सुधार और गिरावट: पिछले एक साल में 65 देशों ने शांति में सुधार दर्ज किया, जबकि 97 देशों में गिरावट देखी गई। सूचकांक की स्थापना के बाद से एक वर्ष में गिरावट का अनुभव करने वाले देशों की यह सबसे अधिक संख्या है।

क्षेत्रीय हाइलाइट्स

  • सबसे शांतिपूर्ण देश: आइसलैंड सबसे शांतिपूर्ण देश बना हुआ है, एक स्थिति जो 2008 से आयोजित की गई है, इसके बाद आयरलैंड, ऑस्ट्रिया, न्यूजीलैंड और सिंगापुर हैं।
  • कम शांतिपूर्ण देश: यमन अब सबसे कम शांतिपूर्ण देश है, इसके बाद सूडान, दक्षिण सूडान, अफगानिस्तान और यूक्रेन हैं।

क्षेत्रीय प्रदर्शन

  • यूरोप: पिछले एक साल में शांति में मामूली गिरावट के बावजूद यूरोप सबसे शांतिपूर्ण क्षेत्र बना हुआ है।
  • मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका (MENA): MENA सबसे कम शांतिपूर्ण क्षेत्र बना हुआ है, यमन और सूडान जैसे देशों में महत्त्वपूर्ण संघर्षों ने इसकी निम्न रैंकिंग में योगदान दिया है।
  • उत्तरी अमेरिका: उत्तरी अमेरिका ने सबसे बड़ी क्षेत्रीय गिरावट दर्ज की, जो कनाडा और अमेरिका दोनों में हिंसक अपराध और आपराधिकता की धारणाओं से प्रेरित है।

शांति में रुझान

  • सैन्यीकरण: सैन्यीकरण क्षेत्र में साल-दर-साल सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। 86 देशों में सैन्य व्यय (सकल घरेलू उत्पाद का %) में वृद्धि हुई, जो बढ़ते सैन्यीकरण के व्यापक रुझानों को दर्शाता है।
  • चल रहा संघर्ष: गाजा और यूक्रेन में चल रहे युद्धों से प्रभावित चल रहे संघर्ष डोमेन में भी काफी गिरावट आई है। कम से कम एक राज्य से जुड़े संघर्षों की संख्या एक नई ऊंचाई पर पहुंच गई है।
  • बचाव और सुरक्षा: इस डोमेन में थोड़ा सुधार दर्ज किया गया, जो हिंसक प्रदर्शनों में कमी, आतंकवाद के प्रभाव और कई क्षेत्रों में हत्या की दर से प्रेरित है।

हिंसा का आर्थिक प्रभाव

  • वैश्विक लागत: 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था पर हिंसा का आर्थिक प्रभाव $19.1 ट्रिलियन था, जो वैश्विक जीडीपी का 13.5% या प्रति व्यक्ति $2,380 के बराबर है।
  • संघर्ष लागत: यूक्रेन में संघर्ष का व्यापक आर्थिक प्रभाव हुआ, जिससे अनुमानित रूप से 2022 में यूक्रेन की अर्थव्यवस्था में 30% की कमी हुई। सीरियाई नागरिक युद्ध ने अपने आरंभ से अब तक जीडीपी में 85% की गिरावट की है।
  • सैन्य और सुरक्षा व्यय: हिंसा के कुल आर्थिक प्रभाव का अधिकतम 74% सैन्य और आंतरिक सुरक्षा व्यय पर आरोपित किया जाता है, जिसमें केवल सैन्य खर्च $8.4 ट्रिलियन का हिस्सा है।

21 वीं सदी में युद्ध

  • संघर्ष की परिवर्तित प्रकृति: आधुनिक युद्धाभ्यास को अब तकनीकी प्रगति और भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के माध्यम से चित्रित किया जा रहा है। अब गैर-राज्य अभिनेता बड़े राष्ट्रों के साथ ड्रोन्स जैसी प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके बड़े राष्ट्रों से संघर्ष में शामिल होने में सक्षम हो रहे हैं।
  • संघर्ष की अंतरराष्ट्रीयकरण: संघर्ष अब अधिक अंतरराष्ट्रीयकृत हो रहे हैं, जिसमें अब 92 देश अपने सीमाओं के पार संघर्षों में शामिल हैं। यह परामर्श प्रक्रियाओं को जटिल बनाता है और संघर्षों को लंबा करता है
  • असममित्र युद्ध: असममित्र युद्ध के उदय से, जिसमें गैर-राज्य अभिनेता समूहों द्वारा ड्रोन हमले शामिल हैं, संघर्ष अब और अधिक जटिल और समाधान करने में कठिन हो रहे हैं।

सकारात्मक शांति और हेलो पहुँच

  • सकारात्मक शांति: सकारात्मक शांति को उन धाराओं, संस्थाओं और संरचनाओं के रूप में परिभाषित किया गया है जो शांतिपूर्ण समाजों को बनाते हैं और संरक्षित रखते हैं। इसका महत्व भविष्य के संघर्षों के पूर्वानुमान और उनके समाधान में होता है।
  • हेलो पहुँच: IEP की हेलो पहुँच एक तरीका है जो समाजिक प्रणालियों का विश्लेषण करने और प्रतिकारशीलता-निर्माण कार्यक्रम डिज़ाइन करने के लिए प्रदान करता है। यह समायोज्य उपाय सकारात्मक शांति के निर्माण के लिए प्रभावी नीतियों को बनाने में मदद करता है।

रैंकिंग की तालिका

Rank Country Score Change in Rank
1 Iceland 1.112
2 Ireland 1.303
3 Austria 1.313 ↑1
4 New Zealand 1.323 ↓1
5 Singapore 1.339 ↑3
6 Switzerland 1.35 ↑3
7 Portugal 1.372 ↓1
8 Denmark 1.382 ↓3
9 Slovenia 1.395 ↓2
10 Malaysia 1.427 ↑2
116 India 2.319 ↑5
163 Yemen 3.397 ↓2

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
shweta

Recent Posts

डाकघरों से भी कर सकेंगे म्यूचुअल फंड में निवेश, जानें कैसे

वित्तीय समावेशन को गहराई देने की दिशा में एक बड़े कदम के तहत डाक विभाग…

9 mins ago

अजय कुमार शुक्ला बने PNB Housing Finance में नए MD और CEO

PNB हाउसिंग फाइनेंस ने अजय कुमार शुक्ला को अपना नया प्रबंध निदेशक (Managing Director) एवं…

37 mins ago

ADB ने भारत की ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर 7.2 किया

एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट एशियन डेवलपमेंट आउटलुक (ADO) दिसंबर 2025: ग्रोथ…

48 mins ago

केंद्र सरकार ने भारत की जनगणना 2027 कराने की योजना को मंजूरी दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत की जनगणना 2027 कराने के…

1 hour ago

केंद्र सरकार ने ‘कोलसेतु’ विंडो को मंजूरी दी, कोयले का औद्योगिक उपयोग और निर्यात होगा आसान

केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (CCEA) ने भारत की कोयला आवंटन प्रणाली में…

1 hour ago

केंद्र सरकार MGNREGA का नाम बदलेगी, रोज़गार गारंटी 100 से बढ़ाकर 125 दिन

केंद्र सरकार ने ग्रामीण रोजगार से जुड़ी देश की सबसे बड़ी योजना मनरेगा को नया…

2 hours ago