ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कैमरन को प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के नंबर 10 डाउनिंग स्ट्रीट कार्यालय में जाते देखा गया। बता दें कि प्रधानंमत्री ऋषि सुनक ने अपने मंत्रियों की शीर्ष टीम में फेरबदल किया था, जिसके तहत सुनक ने सुएला ब्रेवरमैन को गृह मंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया गया है। उनकी जगह जेम्स क्लेवरली को नियुक्त किया गया है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने एक अभूतपूर्व कदम के तहत देश के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन (David Cameron) को नया विदेश मंत्री नियुक्त किए जाने का ऐलान किया। AFP की रिपोर्ट के अनुसार,जेम्स क्लेवरली की जगह पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन अब नए विदेश मंत्री हैं। इस तरह ब्रिटेन के पूर्व नेता डेविड कैमरन विदेश मंत्री के रूप में ब्रिटिश सरकार में फिर लौट आए।
कैमरन 2010 से 2016 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे थे और 2005 से 2016 तक कंजर्वेटिव पार्टी का नेतृत्व किया था। 57 वर्षीय कैमरन ने ‘ब्रेक्जिट’ (यूरोपीय संघ से अलग होने पर) जनमत संग्रह के मद्देनजर हारने के बाद 2016 में प्रधान मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। वह उसी वर्ष एक सांसद के रूप में खड़े हो गए। वित्त समूह ग्रीनसिल कैपिटल (Greensill Capital) के लिए यूके सरकार (UK government) की पैरवी करने के बाद, वह 2021 में एक घोटाला मामले में फंस गए, जो बाद में खत्म हो गया। इस मामले ने उनकी प्रतिष्ठा को बुरी तरह से धूमिल कर दिया।
ब्रिटेन की संसद के ऊपरी सदन हाउस ऑफ लॉर्ड्स में प्रधानमंत्री कार्यालय डाउनिंग स्ट्रीट ने घोषणा की है कि कैमरन को ‘हाउस ऑफ कॉमंस’ का सदस्य बनाया जाएगा। उन्हें संसदीय प्रोटोकॉल के अनुसार ‘हाउस ऑफ लॉर्ड्स’ का सदस्य बनना पड़ेगा, जिसका मतलब है कि वह सरकार में बैठ सकते हैं।
डेविड कैमरन का पूरा नाम डेविड विलियम डोनाल्ड कैमरन है। वह 2005 से 2016 तक कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के रूप में भी काम किया है। इसके अलावा वह ब्रिटिश संसद में 2005 से 2010 तक विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं। लंदन में एक उच्च-मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे कैमरन की शिक्षा हीदरडाउन स्कूल, ईटन कॉलेज और ब्रासेनोस कॉलेज, ऑक्सफोर्ड में हुई। 1988 से 1993 तक उन्होंने कंजर्वेटिव रिसर्च डिपार्टमेंट में काम किया। बाद में उन्होंने कंजर्वेटिव प्रधानमंत्री जॉन मेजर के सहायक के तौर पर काम किया। इसके बाद उन्होंने 1994 में कार्लटन कम्युनिकेशंस के लिए काम करने के लिए राजनीति छोड़ दी। साल 2001 में कैमरन ने राजनीति में फिर वापसी की और वह सांसद चुने गए। उन्होंने कंजर्वेटिव नेता माइकल हॉवर्ड के तहत विपक्षी शैडो कैबिनेट में काम किया। इसके बाद 2005 में वे हॉवर्ड के उत्तराधिकारी बने।
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