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देश का पहला कोयला गैसीकरण आ‍धारित तलचर उर्वरक संयंत्र अगले साल 2024 में हो जाएगा शूरू

केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण तथा रसायन और उर्वरक मंत्री डॉक्‍टर मनसुख मांडविया ने कहा है कि ओडिशा में देश का पहला कोयला गैसीकरण आ‍धारित तलचर उर्वरक संयंत्र अगले वर्ष अक्‍टूबर में तैयार हो जायेगा। केन्‍द्रीय मंत्री ने अपनी ओडिशा यात्रा के दूसरे दिन आज तलचर में संयंत्र के निर्माण कार्यों की समीक्षा करने के बाद यह जानकारी दी। इस अवसर पर केन्‍द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्‍द्र प्रधान भी उपस्थित थे। डॉक्‍टर मनसुख मांडविया ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के आत्‍मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत पांच में से चार यूरिया संयंत्र शुरू हो गये हैं।

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डॉक्‍टर मनसुख मांडविया ने कहा कि तलचर संयंत्र में यूरिया उत्‍पादन के लिए कोयला गैसीकरण तकनीक का प्रयोग होगा। यह अगले वर्ष के अंत तक तैयार हो जायेगा। उन्‍होंने कहा कि जब यह संयंत्र शुरू हो जायेगा तो इससे यूरिया आयात की निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी।

 

प्रमुख बिंदु

 

  • इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विजन के तहत चार यूरिया संयंत्रों में से पांच चालू हो गए हैं।
  • तलचर में यूरिया संयंत्र, जो यूरिया का उत्पादन करने के लिए कोयला गैसीकरण प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है, इस वर्ष के अंत तक तैयार हो जाएगा।
  • यह संयंत्र परिचालन में होने पर यूरिया आयात पर निर्भरता कम करने में मदद करेगा।
  • श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि लगभग 17,000 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे यूरिया संयंत्र से स्थानीय रोजगार पैदा करने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के अलावा देश भर के किसानों को लाभ होगा।
  • कोल इंडिया लिमिटेड, गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड और राष्ट्रीय उर्वरक निगम कोयला गैसीकरण प्रौद्योगिकी के साथ तालचर उर्वरक संयंत्र की स्थापना का समर्थन कर रहे हैं जो यूरिया में आत्मनिर्भरता को संबोधित करेगा।
  • कोयले का उपयोग, जो भारत में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है, यूरिया का उत्पादन करने के लिए गैसीकरण तकनीक जैसे वैकल्पिक उपयोगों में पर्यावरण पर कार्बन फुटप्रिंट्स को भी कम करेगा।

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vikash

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