फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (Federation of Indian Chambers of Commerce & Industry – FICCI) ने वित्त वर्ष 2022-23 (FY23) में भारत की जीडीपी के 7.4 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया है। फिक्की का आर्थिक आउटलुक सर्वेक्षण 03 अप्रैल, 2022 को जारी किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण बढ़ती कीमतें वैश्विक आर्थिक सुधार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।
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सर्वेक्षण के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) 2022 की दूसरी छमाही में दर वृद्धि चक्र शुरू कर सकता है, जबकि चालू वित्त वर्ष के अंत तक रेपो दर में 50-75 बीपीएस की वृद्धि की उम्मीद है। उम्मीद है कि आरबीआई अपनी अप्रैल की नीति समीक्षा में रेपो दर को अपरिवर्तित रखकर चल रही आर्थिक सुधार का समर्थन करना जारी रखेगा।
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