राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस भारत में सतत विकास के प्रति समर्पण को दर्शाता है और हर वर्ष 14 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिवस ऊर्जा दक्षता को अपनाने और पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहित करने का संदेश देता है। यह न केवल व्यक्तियों, बल्कि उद्योगों और संस्थानों को भी ऊर्जा कुशल प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रेरित करता है, जिससे हरित भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाया जा सके।
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के मुख्य बिंदु
- मनोयन तिथि: हर वर्ष 14 दिसंबर।
- आयोजक: ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE), विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत।
- महत्व: पर्यावरणीय क्षरण को कम करने और संसाधनों के सतत उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए ऊर्जा कुशल प्रथाओं को अपनाने को प्रोत्साहित करना।
पृष्ठभूमि और महत्व
- आरंभ: 1991 में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE) द्वारा ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए।
- उद्देश्य: ऊर्जा-जागरूक व्यवहार को दैनिक जीवन में शामिल करना।
- मुख्य ध्यान: अनावश्यक ऊर्जा उपयोग को कम करना और कुशल प्रथाओं व तकनीकों को बढ़ावा देना।
- उत्तरदायित्व: भविष्य की पीढ़ियों के लिए संसाधनों के संरक्षण का सामूहिक दायित्व।
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (NECA)
- स्थापना: 1991 में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के साथ।
- उद्देश्य: उद्योगों, संस्थानों और प्रतिष्ठानों में ऊर्जा दक्षता में उत्कृष्टता को मान्यता देना।
- 2024 की विशेषताएं:
- पुरस्कार वितरण: 14 दिसंबर 2024 को समारोह के दौरान।
- उपलब्धियां: ऊर्जा संरक्षण में उत्कृष्ट परियोजनाओं का प्रदर्शन।
ऊर्जा संरक्षण के लिए प्रमुख सरकारी पहलें
- परफॉर्म, अचीव, एंड ट्रेड (PAT) योजना
- ऊर्जा-गहन उद्योगों में ऊर्जा खपत को कम करना।
- उपलब्धियां:
- ₹55,000 करोड़ की वार्षिक ऊर्जा बचत।
- 110 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन में कमी।
- मानक और लेबलिंग (S&L) कार्यक्रम
- उपभोक्ताओं को उपकरणों की ऊर्जा और लागत बचत क्षमता के बारे में जानकारी प्रदान करना।
- कवरेज:
- 38 उपकरण शामिल।
- 16 अनिवार्य; 22 स्वैच्छिक।
- “गो इलेक्ट्रिक” अभियान
- 2021 में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) और विद्युत खाना पकाने को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया।
- EV यात्रा वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप
- 2022 में ई-मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक EV चार्जिंग स्टेशनों की जानकारी प्रदान करना।
- उज्ज्वल ज्योति किफायती LED बल्बों द्वारा (UJALA)
- 2015 में शुरू; अक्षम लाइटिंग को LED से बदलना।
- उपलब्धियां:
- 36.87 करोड़ LED बल्ब और 72 लाख LED ट्यूब लाइट वितरित।
- ₹70,477 करोड़ की उपभोक्ता बिजली बिल बचत।
- स्ट्रीट लाइटिंग राष्ट्रीय कार्यक्रम (SLNP)
- 2015 में पारंपरिक स्ट्रीट लाइटों को ऊर्जा कुशल LED से बदलने के लिए शुरू।
- उपलब्धियां:
- 1.3 करोड़ LED स्ट्रीट लाइटें स्थापित।
- 6.03 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन में कमी।
आगे का मार्ग
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस एक आंदोलन है जो ऊर्जा चेतना की संस्कृति को विकसित करने का प्रयास करता है। यह सतत भविष्य के लिए व्यक्तिगत कार्यों को राष्ट्रीय उद्देश्यों के साथ जोड़ने और पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए ऊर्जा दक्षता को अपनाने पर जोर देता है।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]