प्रसिद्ध भारतीय इतिहासकार, पुरातत्वविद् और तमिलनाडु के पुरालेखविद् रामचंद्रन नागास्वामी (Ramachandran Nagaswamy) का निधन हो गया है। वह 91 वर्ष के थे। वह तमिलनाडु सरकार के पुरातत्व विभाग के पहले निदेशक थे। नागास्वामी को मंदिर के शिलालेखों और तमिलनाडु के कला इतिहास पर उनके काम के लिए जाना जाता था।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
हिन्दू रिव्यू दिसम्बर 2021, Download Monthly Hindu Review PDF in Hindi
2018 में, नागास्वामी को भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उन्होंने 100 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं और उनकी नवीनतम पुस्तक ‘सेंथमिज़ नादुम पांडबम (Senthamizh Naadum Pandbum)’ थी, जो जनवरी 2022 में प्रकाशित हुई थी।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]भारत राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा अभ्यास (भारत एनसीएक्स 2024) भारत की साइबर रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने…
चौथी राष्ट्रीय फिनस्विमिंग चैंपियनशिप 2024 का समापन पूरे भारत के तैराकों के शानदार प्रदर्शन के…
ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पुनीत गोयनका ने…
लक्ज़मबर्ग में जीटी ओपन 2024 में भारत की ज्योति सुरेखा वेन्नम ने बेल्जियम की सारा…
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज को आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन (एसीए) द्वारा…
ओडिशा ने 14वीं हॉकी इंडिया सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में शानदार जीत हासिल की, उसने चेन्नई…