द्रौपदी मुर्मू ने 25 जुलाई 2022 को भारत के 15वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) एनवी रमना ने निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। साथ ही वह सर्वोच्च संवैधानिक पद संभालने वाली पहली आदिवासी महिला और स्वतंत्र भारत में पैदा होने वाली पहली राष्ट्रपति हैं।
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शपथ लेने के बाद राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रपति के पद तक पहुंचना, मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, यह भारत के प्रत्येक गरीब की उपलब्धि है। मेरा निर्वाचन इस बात का सबूत है कि भारत में गरीब सपने देख भी सकता है और उन्हें पूरा भी कर सकता है। उन्होंने हिन्दी में ईश्वर के नाम पर पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।
मुर्मू (64 वर्ष) देश की सबसे युवा राष्ट्रपति हैं और देश की पहली ऐसी राष्ट्रपति हैं जिनका जन्म आजादी के बाद हुआ हैं। मुर्मू को 21 तोपों की सलामी दी गई जिसके बाद उन्होंने शपथ पुस्तिका पर हस्ताक्षर किया । इस दौरान उपस्थिति गणमान्य लोगों द्वारा मेज थपथपाकर उनका अभिवादन किया। उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मंत्रिपरिषद के सदस्य, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, विभिन्न राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, संसद सदस्य आदि समारोह में शामिल हुए।
राष्ट्रपति का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से होता है। यानी गुप्त मतदान के जरिये देश के चुने हुए जनप्रतिनिधि (लोकसभा एवं राज्यसभा के सांसद और राज्यों की विधानसभाओं के विधायक) देश के राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं।
मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वर्तमान में देश के राष्ट्रपति की सैलरी 5 लाख रुपये प्रति महीने है। इसके अलावा उन्हें फ्री मेडिकल सुविधा, घर, बिजली, टेलीफोन बिल सहित अन्य भत्ते दिये जाते हैं।
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