रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research & Development Organisation – DRDO) ने ओडिशा के तट एकीकृत परीक्षण रेंज (Integrated Test Range – ITR) से नई पीढ़ी की आकाश मिसाइल (Akash-NG) का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया। आकाश मिसाइल प्रणाली को हैदराबाद (Hyderabad) में डीआरडीओ की प्रयोगशाला द्वारा प्रमुख रक्षा अनुसंधान संगठन के अन्य विंग के सहयोग से विकसित किया गया है।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
आकाश-एनजी हथियार प्रणाली एक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है जो लगभग 60 किमी की दूरी से लक्ष्य पर हमला कर सकती है और 2.5 Mach तक की गति से उड़ान भर सकती है। उड़ान के आंकड़ों ने मिसाइल परीक्षण की सफलता की पुष्टि की है। DRDO ने इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम (electro-optical tracking systems), रडार (radar) और टेलीमेट्री (telemetry) जैसे कई निगरानी तंत्र तैनात किए।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]20 नवंबर 2024 को, केंद्र सरकार ने कानून और न्याय मंत्रालय के माध्यम से एक…
सी.आर. पाटिल, माननीय जल शक्ति मंत्री ने इंडिया वॉटर वीक 2024 के समापन समारोह के…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोविड-19 महामारी के दौरान उनके महत्वपूर्ण योगदान और भारत व कैरेबियाई…
19 नवंबर 2024 को भारत सरकार की सौर ऊर्जा निगम लिमिटेड (SECI) और H2Global Stiftung…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी नाइजीरिया यात्रा के दौरान नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टिनूबू को…
भारत ने क्लाइमेट चेंज परफॉर्मेंस इंडेक्स (CCPI) 2025 में पिछले वर्ष की तुलना में दो…