रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज से तीसरी पीढ़ी की एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल ‘नाग’ का अंतिम परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस मिसाइल के सफल अंतिम परीक्षण के बाद टैंक-रोधी मिसाइल नाग भारतीय सेना में शामिल होने के लिए तैयार है। अंतिम परीक्षण के बाद, मिसाइल अब उत्पादन चरण में प्रवेश करेगी।
“NAG” के बारे में:
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
महत्वपूर्ण तथ्य-
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
भारत में उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, ऑस्ट्रेलिया की…
भारत में डिजिटल इंडिया को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY)…
सिर्फ 29 साल की उम्र में लुवाना लोप्स लारा (Luana Lopes Lara) ने दुनिया की…
हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…
यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…