Categories: Uncategorized

DRDO ने पहले हैवी वेट टॉरपीडो वरुणास्त्र को दिखाई हरी झंडी

 

डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (DRDO) के अध्यक्ष जी. सतेश रेड्डी ने हैवी वेट टॉरपीडो (HWT), वरुणास्त्र की पहली उत्पादन इकाई को मंजूरी दे दी। वरुणास्त्र को DRDO के नौसेना विज्ञान और तकनीकी प्रयोगशाला (NSTL) द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है, जबकि भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL), विशाखापट्टनम ने भारतीय नौसेना के लिए टारपीडो का निर्माण किया है।

WARRIOR 4.0 | Banking Awareness Batch for SBI, RRB, RBI and IBPS Exams | Bilingual | Live Class


वरुणास्त्र के बारे में:

  • वरुणास्त्र एक जहाज से लॉन्च किया जाने वाला, विद्युत रूप से प्रोपेल्ड एंटी-सबमरीन हैवीवेट टॉरपीडो है। यह उन जहाजों से लॉन्च किया जा सकता है जो गहरे और उथले पानी में किसी भी सबमरीन पर ऊपर या नीचे दोनों तरफ से हमला कर सकता है।।
  • यह एक इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम द्वारा संचालित होता है जिसमें कई 250 किलोवाट सिल्वर ऑक्साइड जिंक (एगोज़ेन) बैटरी होती है।
  • लगभग पूरी तरह स्वदेशी रूप से निर्मित (95%) टारपीडो ‘वरुणास्त्र’ 74 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हमला करता है, और एक टन से अधिक वजनी वरुणास्त्र अपने साथ 250 किलो तक का वॉरहेड ले जा सकता है।
  • हैवीवेट टॉरपीडो को एक्सपोर्ट के लिए भी पेश किया गया है।

      Find More News Related to Defence

      [wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]

      Recent Posts

      SEBI ने छोटे मूल्य में जीरो-कूपन बॉन्ड जारी करने की दी अनुमति

      भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने शून्य-कूपन बॉन्ड (Zero-Coupon Bonds) को अब ₹10,000 के…

      2 hours ago

      उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भारत को अपना पहला वन विश्वविद्यालय मिलेगा

      भारत अपनी पहली ‘वन विश्वविद्यालय (Forest University)’ की स्थापना की तैयारी कर रहा है, जो…

      3 hours ago

      झारखंड ने पहली बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 जीती

      झारखंड ने 2025–26 सत्र में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) जीतकर इतिहास रच दिया। ईशान…

      4 hours ago

      संसद ने शांति बिल पास किया, AERB को वैधानिक दर्जा मिला

      संसद ने सतत उपयोग एवं उन्नयन द्वारा भारत के परिवर्तन हेतु परमाणु ऊर्जा (SHANTI) विधेयक,…

      4 hours ago

      दक्षिण अफ्रीका से कैपुचिन बंदरों का बन्नेरघट्टा जैविक उद्यान में आयात

      बेंगलुरु के पास स्थित बन्नेरघट्टा जैविक उद्यान (Bannerghatta Biological Park) ने संरक्षण-उन्मुख चिड़ियाघर प्रबंधन को…

      5 hours ago

      ओडिशा बनेगा एआई हब, 19-20 दिसंबर को क्षेत्रीय एआई इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस

      ओडिशा सरकार 19–20 दिसंबर को रीजनल AI इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस की मेजबानी करेगी। यह आयोजन शासन…

      5 hours ago