धनलक्ष्मी बैंक के डॉयरेक्टर श्रीधर कल्याणसुंदरम ने बोर्ड पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए अपना इस्तीफा दे दिया है. उन्होने बोर्ड पर अनैतिक आचरण, सत्ता का एकतरफा अहंकार, मुद्दों की कम समझ और गुटबाजी जैसे आरोप लगाए हैं. बता दें कि कल्याणसुंदरम ने ये इस्तीफा बैंक की एनुअल जनरल मीटिंग से पहले लिया है जो कि 30 सितंबर को होने वाली थी.
कल्याणसुंदरम ने अपने त्याग पत्र में बोर्ड में गुटबाजी, अधिकारों के मुद्दे पर अपने मतभेद और अन्य सदस्यों में कथित ‘गहन बैंकिंग ज्ञान की कमी’ जैसे मुद्दे उठाए हैं। पूर्व स्वतंत्र निदेशक ने इस्तीफे के कारण के रूप में विभिन्न व्हिसलब्लोअर मुद्दों पर “ईमानदारी और आम सहमति की कमी” को भी उठाया। उन्होंने कहा कि बोर्ड को कई शिकायतें मिलने के बावजूद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है.
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धनलक्ष्मी बैंक भारत में कार्यरत निजी क्षेत्र का एक बैंक है। इसकी स्थापना 14 नवंबर 1927 को हुई।
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