पारंपरिक पुलिसिंग से सामुदायिक सशक्तिकरण की सराहनीय दिशा में कदम बढ़ाते हुए, दिल्ली पुलिस ने एक नई पहल की शुरुआत की है – ‘नई दिशा – शिक्षा की ओर लौटता मार्ग’, जिसका उद्देश्य स्कूल छोड़ चुके बच्चों को औपचारिक शिक्षा प्रणाली में फिर से शामिल करना है। यह पहल एनजीओ और स्कूलों के सहयोग से सक्रिय सामुदायिक जुड़ाव के माध्यम से वंचित बच्चों के लिए शिक्षा की निरंतरता को सुनिश्चित करने का प्रयास है।
दिल्ली पुलिस ने हाल ही में ‘नई दिशा’ पहल की शुरुआत की है, जो उन बच्चों को दोबारा शिक्षा प्रणाली से जोड़ने के लिए एक रणनीतिक हस्तक्षेप है, जिन्होंने आर्थिक या पारिवारिक समस्याओं के कारण पढ़ाई छोड़ दी थी। यह पहल पहले से ही परिणाम दे रही है, कई बच्चे स्कूल लौट चुके हैं और इसे अन्य जिलों में भी विस्तारित करने की योजना बनाई जा रही है।
स्कूल छोड़ चुके बच्चों को औपचारिक शिक्षा से पुनः जोड़ना।
पुलिसकर्मियों द्वारा घर-घर जाकर संपर्क करना और ज़रूरतमंद बच्चों की पहचान करना।
एनजीओ, स्कूलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय से संपूर्ण सहायता प्रदान करना।
बच्चों को भावनात्मक परामर्श, शैक्षणिक मदद, और स्कूलों में प्रवेश दिलाने में सहयोग देना।
पुलिस अधिकारी स्वयं बच्चों के परिवारों से मिलते हैं और पढ़ाई छोड़ने के कारणों की पहचान करते हैं।
भावनात्मक व मनोवैज्ञानिक परामर्श के सत्र आयोजित किए जाते हैं ताकि बच्चों में सीखने की प्रेरणा लौटे।
एनजीओ की मदद से आर्थिक सहायता, ट्यूशन और सामाजिक सहयोग उपलब्ध कराया जाता है।
स्कूलों को प्रेरित किया जाता है कि वे इन बच्चों के पुनः नामांकन की प्रक्रिया को आसान बनाएं।
दिल्ली में कई बच्चे निम्नलिखित कारणों से स्कूल छोड़ देते हैं:
गरीबी या आर्थिक तंगी
पारिवारिक अस्थिरता
शिक्षा में सहयोग या मार्गदर्शन की कमी
दिल्ली पुलिस इस पहल को सिर्फ सुरक्षा नहीं, बल्कि सशक्तिकरण के रूप में देख रही है – यानि प्रवर्तक की बजाय सक्षमकर्ता की भूमिका निभाना।
शहरी शासन में पुलिस को सामाजिक मार्गदर्शक के रूप में प्रस्तुत करता है।
शिक्षा और बाल कल्याण जैसे दीर्घकालिक सामाजिक विकास लक्ष्यों को पूरा करने में सहायक।
अन्य महानगरों के लिए एक मॉडल के रूप में उभर सकता है, जहाँ शिक्षा छोड़ने की दर चिंताजनक है।
सामुदायिक विश्वास को पुलिस संस्थानों के प्रति मज़बूत करता है।
| सारांश/स्थैतिक जानकारी | विवरण |
| क्यों है समाचार में? | दिल्ली पुलिस ने ‘नई दिशा’ पहल शुरू की, ताकि स्कूल छोड़ चुके बच्चों को फिर से शिक्षा से जोड़ा जा सके। |
| पहल का नाम | नई दिशा – शिक्षा की ओर लौटता मार्ग |
| शुरुआत करने वाली संस्था | दिल्ली पुलिस |
| उद्देश्य | स्कूल ड्रॉपआउट बच्चों को औपचारिक शिक्षा प्रणाली में पुनः शामिल करना |
| प्रमुख सहायता सेवाएँ | प्रवेश सहायता, परामर्श, शैक्षणिक सहयोग |
| सहयोगी संस्थाएँ | स्थानीय स्कूल, एनजीओ, सामाजिक कार्यकर्ता |
| वर्तमान परिणाम | बच्चे स्कूल लौट रहे हैं; पहल को अन्य जिलों में विस्तारित करने की योजना |
| पूर्वी जिला डीसीपी का उद्धरण | “हम सिर्फ दरवाज़े नहीं खटखटा रहे, हम उन्हें खोल भी रहे हैं।” – डीसीपी अभिषेक धानिया |
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