इंडोनेशिया के जकार्ता में वार्षिक आसियान-भारत समिट के दौरान, भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने तिमोर-लेस्ते के साथ भारत के राजनयिक संबंधों के संबंध में एक महत्वपूर्ण घोषणा की। भारत ने तिमोर-लेस्ते में एक दूतावास खोलने का फैसला किया है, जो ASEAN (दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन) क्षेत्र के साथ संबंधों को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
तिमोर-लेस्ते में दूतावास खोलेगा भारत: आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में घोषणा:
- घोषणा का स्थान: यह घोषणा वार्षिक आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के दौरान की गई थी, जहां प्रधान मंत्री मोदी ने जकार्ता, इंडोनेशिया में कार्यवाही की सह-अध्यक्षता की थी।
- प्रमुख निर्णय: प्रधान मंत्री मोदी ने तिमोर-लेस्ते की राजधानी दिली में एक आधिकारिक भारतीय दूतावास स्थापित करने की भारत की योजना का खुलासा किया।
Delhi In Dili: India To Open Embassy In Timor-Leste
निर्णय का महत्व:
- आसियान संबंधों को मजबूत करना: विदेश मंत्रालय (एमईए) ने जोर देकर कहा कि तिमोर-लेस्ते में दूतावास खोलने का भारत का निर्णय तिमोर-लेस्ते और आसियान क्षेत्र दोनों के साथ अपने संबंधों पर भारत के महत्व को रेखांकित करता है।
- सकारात्मक प्रतिक्रिया: विदेश मंत्रालय ने बताया कि तिमोर-लेस्ते और आसियान के सदस्य देशों ने दिली में दूतावास खोलने के भारत के फैसले का गर्मजोशी से स्वागत किया।
तिमोर-लेस्ते की आसियान सदस्यता:
- पर्यवेक्षक की स्थिति: तिमोर-लेस्ते शुरू में 2022 में एक पर्यवेक्षक के रूप में आसियान में शामिल हो गया।
- पूर्ण सदस्यता: इसके बाद, तिमोर-लेस्ते आसियान का एक पूर्ण सदस्य बन गया, जिसने इस प्रभावशाली क्षेत्रीय समूह के भीतर अपनी स्थिति को मजबूत किया।
ASEAN का क्षेत्रीय महत्व:
- प्रभावशाली क्षेत्रीय समूह: आसियान को दक्षिण पूर्व एशिया में सबसे प्रभावशाली क्षेत्रीय संगठनों में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त है।
- संवाद भागीदार: भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे अन्य देशों के साथ, आसियान के साथ संवाद साझेदारी बनाए रखता है, जो क्षेत्र के वैश्विक महत्व को दर्शाता है।
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