DBT पूरे भारत में 188 स्वच्छता गतिविधियों के साथ स्वच्छता पखवाड़ा 2025 मनाएगा

भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के तहत, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) ने स्वच्छता पखवाड़ा 2025 को 1 मई से 15 मई 2025 तक सक्रिय रूप से मनाया। इस दौरान DBT मुख्यालय (नई दिल्ली), इसके स्वायत्त संस्थानों (AIs) और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSUs) में कुल 188 गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इस पहल का उद्देश्य स्वच्छता, जन स्वास्थ्य, पर्यावरणीय स्थिरता और नागरिक भागीदारी को बढ़ावा देना था।

क्यों है यह खबर में?

DBT द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा 2025 का आयोजन इसके व्यापक स्तर, नवाचार, और विज्ञान-आधारित स्वच्छता प्रथाओं के एकीकरण के लिए चर्चित रहा। इसकी शुरुआत DBT सचिव द्वारा शपथ ग्रहण समारोह से हुई और इसके अंतर्गत ई-वेस्ट और सैनिटरी निपटान प्रणालियाँ, स्वास्थ्य अभियान, जन संपर्क, और पर्यावरणीय शिक्षा जैसी विविध गतिविधियाँ आयोजित की गईं।

प्रमुख गतिविधियाँ और भागीदारी

  • शपथ समारोह: 1 मई 2025 को नई दिल्ली स्थित CGO कॉम्प्लेक्स में आयोजन।

  • भागीदारी का स्तर:

    • कुल 188 गतिविधियाँ

    • DBT मुख्यालय, स्वायत्त संस्थान एवं PSUs की सहभागिता

    • कर्मचारियों और छात्रों की उत्साही भागीदारी

प्रमुख पहलकदमियाँ

इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार

  • ई-वेस्ट डस्टबिन की स्थापना

  • सैनिटरी नैपकिन निपटान मशीनें

  • उच्च क्षमता वाले कचरा श्रेडर मशीनें

स्वास्थ्य और स्वच्छता गतिविधियाँ

  • हेल्थ चेक-अप कैंप

  • बीएलएस (BLS) और सीपीआर (CPR) प्रशिक्षण

  • एकल उपयोग प्लास्टिक, तनाव प्रबंधन पर जागरूकता सत्र

समुदाय सहभागिता

  • नेत्रहीन संघ व वृद्धाश्रमों में सफाई अभियान

  • वृक्षारोपण, प्राकृतिक भ्रमण और सामुदायिक दौड़

  • कार्यालय में महिला विश्राम कक्ष का उद्घाटन

पर्यावरण और सांस्कृतिक जुड़ाव

  • झुग्गी क्षेत्रों में सफाई अभियान

  • छात्रों द्वारा नुक्कड़ नाटक

  • चित्रकला व पोस्टर प्रतियोगिताएँ

निगरानी और मान्यता

  • गतिविधियों की निगरानी हेतु समीक्षा समिति गठित

  • नियमित समीक्षा बैठकें

  • तीन सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कार्यालयों को पुरस्कार

  • पुरस्कार वितरण संयुक्त सचिव (प्रशासन), DBT द्वारा किया गया

उद्देश्य और महत्व

  • स्वच्छता और नागरिक चेतना को प्रोत्साहित करना

  • विज्ञान संस्थानों में स्थायी कचरा प्रबंधन प्रथाओं को लागू करना

  • स्वास्थ्य जागरूकता और पर्यावरणीय जिम्मेदारी को बढ़ावा देना

  • विज्ञान आधारित सामाजिक अभियानों में DBT की अग्रणी भूमिका को उजागर करना

  • महिलाओं, छात्रों और वंचित समुदायों की भागीदारी को बढ़ाना

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vikash

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