ब्रह्माकुमारी संस्था की आध्यात्मिक प्रमुख दादी रतन मोहिनी का निधन अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में हो गया। उन्होंने 25 मार्च को अपना 100वां जन्मदिन मनाया था। दादी रतन मोहिनी विश्वप्रसिद्ध आध्यात्मिक संस्था की एक प्रेरणादायक शक्ति रही हैं और वर्ष 2021 से इसकी प्रमुख प्रशासिका के रूप में कार्यरत थीं। उनका जन्म हैदराबाद, सिंध (जो अब पाकिस्तान में है) में हुआ था। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन शांति, नैतिक मूल्यों और आध्यात्मिक चेतना के प्रसार के लिए समर्पित कर दिया, जिसमें 1954 में आयोजित वर्ल्ड पीस कॉन्फ्रेंस जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच भी शामिल रहे। उनका निधन मानवता के आध्यात्मिक उत्थान की एक लंबी और समर्पित यात्रा का अंत है।
प्रमुख बिंदु
दादी रतन मोहिनी का विवरण
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जन्म के समय का नाम: लक्ष्मी
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आध्यात्मिक नाम: दादी रतन मोहिनी
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जन्म: 25 मार्च 1925, हैदराबाद, सिंध (विभाजन से पूर्व भारत, अब पाकिस्तान में)
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निधन: 8 अप्रैल 2025, अहमदाबाद, गुजरात में 100 वर्ष की आयु में
पद और उत्तरदायित्व
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पद: ब्रह्माकुमारी संस्था की प्रमुख प्रशासिका (2021 से निधन तक)
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पूर्ववर्ती: दादी जानकी (जिनका निधन 2020 में 104 वर्ष की आयु में हुआ)
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प्रारंभिक जीवन: एक समृद्ध और धर्मपरायण परिवार में जन्म, भारत-पाक विभाजन के बाद भारत में बस गईं
वैश्विक पहचान
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अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व: 1954 में जापान में आयोजित विश्व शांति सम्मेलन में भाग लिया
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विदेश यात्राएं: हांगकांग, सिंगापुर, मलेशिया सहित कई देशों की यात्रा
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महत्वपूर्ण तीर्थ यात्रा: 2006 में 31,000 किलोमीटर की आध्यात्मिक यात्रा की
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योगदान: शिक्षाओं और यात्राओं के माध्यम से नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रसार किया
श्रद्धांजलि
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु: दादी का उनके व्यक्तिगत जीवन पर गहरा प्रभाव बताया
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
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राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा