सीआरपीएफ का 59वां शौर्य दिवस 2024

प्रति वर्ष 9 अप्रैल को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए वीरता दिवस (शौर्य दिवस) के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 2024 में सीआरपीएफ अपना 59वां शौर्य दिवस मना रहा है।

 

सीआरपीएफ के शौर्य दिवस का इतिहास

  • वर्ष 1965 में, पाकिस्तान के सैनिकों के एक समूह ने कच्छ के रण के पास भारतीय सैनिकों की एक टुकड़ी पर धावा बोल दिया। भारतीय सैनिक इस अचानक आक्रमण से बेखबर थे, क्योंकि उन्हें नहीं पता था कि हमला होने वाला है।
  • इस हमले के दौरान भावना राम नाम के एक सीआरपीएफ अधिकारी ने इस लड़ाई में सरदार पोस्ट नामक स्थान को घुसपैठियों से बचाया था।
  • यह पहली बार था कि पुलिस के एक विशेष समूह ने पाकिस्तान के सैनिकों से सीधी लड़ाई की और वे जीत गए। इस लड़ाई में छह पुलिस अधिकारियों की मृत्यु हो गई। उनकी इस बहादुरी को याद करने के लिए प्रति वर्ष हम 9 अप्रैल को सीआरपीएफ शौर्य दिवस के रूप में मनाते हैं।
  • पाकिस्तानी सेना सरदार पोस्ट पर भारतीय सैनिकों द्वारा संरक्षित क्षेत्र पर कब्ज़ा करना चाहती थी। जबकि वहां केवल 150 सीआरपीएफ सैनिक मौजूद थे। हमले के समय पाकिस्तानी सेना संख्या में अधिक और मजबूत होने के बावजूद अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर सकी।
  • सरदार पोस्ट पर पाकिस्तानी सेना ने तीन बार कब्ज़ा करने की कोशिश की। लेकिन सीआरपीएफ के जवानों ने अदम्य साहस और चतुराई से काम करते हुए उन्हें वापस जाने पर मजबूर किया।
  • सीआरपीएफ की इस जवाबी कार्रवाई में 34 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और चार अन्य को पकड़ लिया गया। दुर्भाग्य से, इस लड़ाई में छह सीआरपीएफ जवान भी शहीद हो गए।
  • सीआरपीएफ ने 2001 में भारतीय संसद पर हमला करने वाले आतंकवादियों से मुकाबला कर उनके मंसूबों को नाकाम करने में सफल रहे।

 

सीआरपीएफ शौर्य दिवस का महत्व

शौर्य दिवस केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के लिए एक विशेष दिवस है। सीआरपीएफ शौर्य दिवस, 1965 में पाकिस्तानी आक्रमणकारियों के विरुद्ध लड़ने वाले सीआरपीएफ जवानों की बहादुरी और बलिदान को याद करता है। यह दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश की सुरक्षा और अखंडता की रक्षा में सीआरपीएफ कर्मियों के साहस, समर्पण और बलिदान का सम्मान करता है।

 

सीआरपीएफ के बारे में

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) भारत का सबसे बड़ा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल है। सीआरपीएफ भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है। सीआरपीएफ की प्राथमिक भूमिका राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों को कानून-व्यवस्था बनाए रखना है। साथ ही सीआरपीएफ देश के आंतरिक खतरों से निपटने के लिए भी कार्य करती है।

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vikash

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