चीन ने हाल ही में हाई-स्पीड रेल टेक्नोलॉजी में एक अभूतपूर्व प्रगति का प्रदर्शन किया है। जो इस क्षेत्र में वैश्विक नेता के रूप में उसकी स्थिति को मजबूत करता है। इंटरेस्टिंग इंजीनियरिंग के अनुसार, देश ने इतिहास की पहली पूरी तरह से कार्बन फाइबर से बनी यात्री ट्रेन से पर्दा उठया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, चूंकि यह ट्रेन पारंपरिक ट्रेनों की तुलना तुलनात्मक रूप से हल्की है, इसलिए यह प्रदूषण को काफी कम करने में मदद करेगी।
प्रदर्शन से समझौता किए बिना कम वजन और ऊर्जा वाले परिवहन वाहनों का निर्माण रेल परिवहन प्रौद्योगिकी का मुख्य मकसद है। इस फोकस को बनाए रखने पर एक स्वच्छ, कम कार्बन भविष्य निर्भर करता है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में प्रकाशित एक रिपोर्ट में, नई ट्रेन के पीछे की कंपनी, किंगदाओ सिफांग ने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीचैट पर इस बिंदु पर जोर दिया। फैक्ट्री परीक्षण खत्म होने के बाद, इस साल के आखिर में एक तटीय शहर में इस नए कार्बन फाइबर ट्रेन के परिचालन का शुभारंभ होगा।
रिपोर्ट के अनुसार, यह एडवांस्ड ट्रेन 87 मील प्रति घंटे (140 किमी प्रति घंटे) की टॉप स्पीड तक पहुंच सकती है। किंगदाओ सिफांग के अनुसार, ऐसी उम्मीद है कि एक सामान्य स्टील ट्रेन की तुलना में यह ट्रेन 7 प्रतिशत कम ऊर्जा की खपत करेगी। यह टिकाऊ परिवहन में एक उल्लेखनीय प्रगति है क्योंकि ऊर्जा इस्तेमाल में कमी बड़े पर्यावरणीय मकसदों के अनुरूप है।
हाई-स्पीड रेल को पहले ही लंबी दूरी के परिवहन के सबसे पर्यावरण के अनुकूल रूप के रूप में स्वीकार किया जा चुका है। यह ट्रेन कम शोर प्रदूषण पैदा करता है, सड़कों की तुलना में बहुत कम जमीन का इस्तेमाल करता है। वाहनों या हवाई जहाजों की तुलना में प्रति यात्री कम वायु प्रदूषण पैदा करता है।
दुनिया चीन के विशाल हाई-स्पीड रेल नेटवर्क की ओर देखती है, जो वर्तमान में लगभग 28,000 मील को कवर करता है। 125 मील प्रति घंटे (202 किमी प्रति घंटे) की टॉप स्पीड के साथ, ये ट्रेनें पूरे विशाल देश में तीव्र, किफायती और प्रभावी यात्रा उपलब्ध कराती हैं।
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