इस साल होने वाले पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव को देखते हुए सत्तारूढ़ टीएमसी ने नया अभियान शुरू किया है। इस अभियान को ‘दीदीर सुरक्षा कवच’ (Didir Suraksha Kavach) नाम दिया गया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरे भारत में टीएमसी सरकार के खिलाफ बेबुनियाद अफवाहें फैलाई गईं। देश में एकता, संघीय ढांचे को मजबूत करना चाहती हूं। ममता बनर्जी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि आपको विनम्रता से लोगों की बात सुननी होगी। उन्होंने भाजपा और वाम दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘राम-वाम’ अब एक हो गए हैं।
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तृणमूल कांग्रेस (TMC) के इस अभियान का मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुभारंभ किया। टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी व प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बक्षी भी इस मौके पर मौजूद थे। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि प्रदेश में पार्टी 11 जनवरी को इस जमीनी अभियान को गति देगी। यह 60 दिनों तक जारी रहेगा। इस दौरान टीएमसी के कार्यकर्ता राज्य भर में लोगों तक पहुंचेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि हर कोई राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सके। लगभग 3.5 लाख पार्टी कार्यकर्ता राज्य के लगभग 10 करोड़ लोगों तक पहुंचेंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि कोई छूटे नहीं।
इसी के साथ पार्टी ने ‘दीदी के दूत’ नाम के एक ऐप भी लॉन्च किया है। जिसपर सीएम अपने कार्यकर्ताओं से जुड़ी रहेंगी और साथ ही इस ऐप पर पार्टी द्वारा शुरू किए जा रहे सभी परियोजनाओं की जानकारी भी होगी। आपको बता दें, यह अभियान राज्य सरकार के ‘दुआरे अभियान’ की तरह ही है। ‘दीदिर सुरक्षा कवच’ के साथ ही ‘दुआरे अभियान’ भी राज्य में अभी जारी रहेगा। 1 जनवरी, 2023 को पार्टी के स्थापना को 25 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर टीएमसी का भविष्य पर बात करते हुए बनर्जी ने कहा कि पार्टी का लक्ष्य ‘एकजुट भारत और एक मजबूत संघीय ढांचा’ है।
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