साइबर अपराधों से मुकाबले की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए, गृह मंत्रालय (MHA) ने e-Zero FIR नामक नई पहल की शुरुआत की है। यह पहल भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के तहत चलाई जा रही है। 20 मई 2025 को गृह मंत्री अमित शाह ने इस योजना की घोषणा की, जिसका उद्देश्य है उच्च-मूल्य वाले साइबर वित्तीय धोखाधड़ी मामलों में FIR दर्ज करने की प्रक्रिया को तेज़ बनाना।
समाचार में क्यों?
e-Zero FIR पहल हाल ही में गृह मंत्रालय द्वारा शुरू की गई है ताकि साइबर वित्तीय अपराधों की जांच तेज़ी से हो सके।
यह पायलट प्रोजेक्ट फिलहाल दिल्ली में लागू किया गया है, और जल्द ही इसे देशभर में विस्तारित किए जाने की संभावना है।
उद्देश्य और लक्ष्य
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लक्ष्य: साइबर वित्तीय अपराधों की तेज़ जांच और कार्रवाई सुनिश्चित करना।
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उद्देश्य: ₹10 लाख से अधिक की साइबर धोखाधड़ी की शिकायतों को सीधे Zero FIR में बदलकर अपराधियों को शीघ्र पकड़ना।
पृष्ठभूमि
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ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी में तेज़ वृद्धि के चलते सरकार ने FIR दर्ज करने की प्रक्रिया को तेज़ करने की ज़रूरत महसूस की।
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पहले, NCRP या हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायतों को FIR में बदलने में कई चरणों की पुष्टि के कारण समय लगता था।
मुख्य विशेषताएं
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₹10 लाख से अधिक के साइबर वित्तीय अपराध मामलों में Zero FIR स्वतः दर्ज होगी।
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शिकायतें दर्ज की जा सकेंगी:
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राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: www.cybercrime.gov.in
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हेल्पलाइन नंबर: 1930
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दर्ज Zero FIR संबंधित साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को भेजी जाएगी।
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शिकायतकर्ता को 3 दिनों के भीतर साइबर थाना जाकर इसे नियमित FIR में बदलना होगा।
स्थैतिक तथ्य
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Zero FIR: ऐसा FIR जो किसी भी पुलिस स्टेशन में दर्ज किया जा सकता है, भले ही अपराध उस क्षेत्राधिकार में न हुआ हो।
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I4C (भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र): 2020 में शुरू हुआ, यह गृह मंत्रालय के अधीन साइबर अपराध से समन्वित रूप से निपटने के लिए स्थापित केंद्र है।
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1930: भारत में वित्तीय साइबर धोखाधड़ी की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर।
समग्र महत्व
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साइबर अपराधों के निपटान में पारदर्शिता और जवाबदेही में सुधार।
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तेज़ प्रतिक्रिया और एजेंसियों के बीच रियल-टाइम समन्वय सुनिश्चित करता है।
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जनता का विश्वास साइबर सुरक्षा तंत्र में बढ़ाता है।
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“साइबर सुरक्षित भारत” की दिशा में एक बड़ा कदम, जैसा कि अमित शाह ने ज़ोर देकर कहा।
सारांश / स्थैतिक विवरण | विवरण |
समाचार में क्यों? | केंद्र सरकार ने साइबर अपराध मामलों में तेजी लाने के लिए e-Zero FIR शुरू की |
पहल का नाम | e-Zero FIR |
किसके द्वारा शुरू की गई | गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs – MHA) |
क्रियान्वयन एजेंसी | भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (Indian Cyber Crime Coordination Centre – I4C) |
घोषणा किसने की | गृह मंत्री अमित शाह |
शुरुआत की तिथि | 20 मई 2025 |
वर्तमान कार्यान्वयन | दिल्ली (पायलट प्रोजेक्ट) |
भविष्य की योजना | पूरे भारत में विस्तार |
FIR की पात्रता सीमा | ₹10 लाख से अधिक की साइबर वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायतें |
शिकायत कैसे दर्ज करें | NCRP पोर्टल या हेल्पलाइन नंबर 1930 के माध्यम से |
लाभ | साइबर वित्तीय धोखाधड़ी मामलों की तेज़ रजिस्ट्रेशन और जांच |