Home   »   डिजिटल रुपया क्या हैं, जानिए पूरी...

डिजिटल रुपया क्या हैं, जानिए पूरी डिटेल्स

डिजिटल रुपया क्या हैं, जानिए पूरी डिटेल्स |_3.1

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से 01 दिसंबर 2022 को देश में डिजिटल इकॉनमी (Digital Economy) को बढ़ावा देने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर डिजिटल रुपये (Digital Rupee) की शुरूआत हुई। यह बात केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कही।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

सीबीडीसी के संबंध में ध्यान देने योग्य मुख्य बातें:

  • मंत्री ने कहा कि पायलट भाग लेने वाले ग्राहकों और व्यापारियों के बंद उपयोगकर्ता समूह (सीयूजी) में चुनिंदा स्थानों को कवर कर रहा है।
  • यह उन्हीं संप्रदायों में जारी किया जा रहा है जो वर्तमान में कागजी मुद्रा और सिक्के जारी किए जाते हैं। यह वित्तीय मध्यस्थों, यानी बैंकों के माध्यम से वितरित किया जा रहा है।
  • आरबीआई द्वारा लॉन्च डिजिटल रुपया (e₹-R) का उपयोग देश में दुकानों से लेकर हर तरह की खरीदारी के लिए किया गया है। यह डिजिटल रुपया (Digital Rupees) एक ​लीगल टेंडर के तहत जारी हुआ है।
  • यह डिजिटल टोकन (Digital Token) के रूप में काम करेगा। देश में e-RUPI की सुविधा नेशनल पेमेंट कॉर्पोशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से दी जा रही है।

 

चयनित शहर:

 

e₹-R पायलट वर्तमान में मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु, भुवनेश्वर और चंडीगढ़ के पांच शहरों को कवर करता है। e₹-R एक डिजिटल टोकन के रूप में है जो कानूनी निविदा का प्रतिनिधित्व करता है।

 

सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) क्या है?

यह कैश यानी नकद का इलेक्ट्रॉनिक रूप है। जैसे आप कैश का लेन-देन करते हैं, वैसे ही आप डिजिटल करेंसी का लेन-देन भी कर सकेंगे। CBDC कुछ हद तक क्रिप्टोकरेंसी (बिटकॉइन या ईथर जैसी) जैसे काम करती है।

 

कैसे काम कर रहा डिजिटल रुपया?

 

सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) ब्लॉकचेन जैसी तकनीक पर (Blockchain Technology) पर आधारित करेंसी है। जहां होलसेल डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल वित्तीय संस्थाएं (जैसे बैंक) करती हैं, वहीं रिटेल करेंसी का उपयोग भी आम आदमी कर सकेगा। भारतीय करेंसी का डिजिटल स्वरूप E-Rupee को फिलहाल चार बैंकों के माध्यम से वितरित किया जा रहा है। यह करेंसी इन बैंकों की ओर से उपलब्ध एप्स में सुरक्षित रहता है। यूजर्स बैंकों की ओर से उपलब्ध एप्स, मोबाइल फोन और डिवाइस में स्टोर्ड डिजिटल वॉलेट के माध्यम से ई-रुपये के साथ लेनदेन कर रहे हैं। इसे आसानी से मोबाइल फोन से से एक दूसरे को भेजा जा सकता है और और हर तरह के सामान खरीदे जा रहे। इस डिजिटल रुपये को पूरी तरह से भारतीय रिजर्व बैंक ही रेग्युलेट कर रहा है।

 

IDFC FIRST Bank launched ZERO Fee Banking savings accounts_90.1

 

FAQs

भारत में डिजिटल करेंसी की शुरुआत कब हुई?

भारत ने अपनी डिजिटल करेंसी के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत 1 नवंबर 2022 को कर दी है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *