कैबिनेट ने पटना-आरा-सासाराम कॉरिडोर और कोसी-मेची इंट्रा-स्टेट लिंक परियोजना को मंजूरी दी

भारत सरकार ने बिहार में दो परिवर्तनकारी बुनियादी ढांचे की पहलों को हरी झंडी दे दी है – पटना-आरा-सासाराम कॉरिडोर और कोसी-मेची अंतर-राज्यीय लिंक परियोजना। इन परियोजनाओं को पीएम के नेतृत्व में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) ने मंजूरी दे दी है।

बिहार में कनेक्टिविटी और कृषि सिंचाई को बढ़ावा देने के लिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) ने दो प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं- पटना-आरा-सासाराम कॉरिडोर और कोसी-मेची अंतर-राज्यीय लिंक परियोजना को मंजूरी दी है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना, रोजगार पैदा करना और सरकार के “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण के साथ तालमेल बिठाना है।

मुख्य बातें

पटना-आरा-सासाराम कॉरिडोर (NH-119A)

 

  • प्रकार : 4-लेन प्रवेश-नियंत्रित गलियारा (हाइब्रिड वार्षिकी मोड – HAM)
  • लंबाई : 120.10 किमी
  • लागत : ₹3,712.40 करोड़

उद्देश्य

  • मौजूदा राज्य राजमार्गों पर भीड़भाड़ कम करना
  • यात्रा का समय 3-4 घंटे से कम करना

कनेक्टिविटी लाभ

  • पटना को सासाराम और आरा से जोड़ता है।
  • यह आगामी बिहिता हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशनों सहित प्रमुख परिवहन केंद्रों से जुड़ता है।
  • पटना, वाराणसी, रांची और लखनऊ जैसे शहरों के बीच संपर्क को बढ़ाया जाएगा।
  • रोजगार सृजन: लगभग 48 लाख मानव दिवस
  • सामाजिक-आर्थिक प्रभाव: क्षेत्रीय विकास और रसद दक्षता को बढ़ावा देता है।

 

कोसी-मेची अंतर-राज्य लिंक परियोजना

  • समावेशन : PMKSY-AIBP (प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना – त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम) के तहत
  • अनुमानित लागत: ₹6,282.32 करोड़
  • केन्द्रीय सहायता: ₹3,652.56 करोड़
  • पूर्णता लक्ष्य: मार्च 2029

उद्देश्य

  • कोसी नदी से अतिरिक्त जल को महानंदा बेसिन की सिंचाई के लिए मोड़ना
  • पूर्वी कोसी मुख्य नहर (ईकेएमसी) का पुनर्निर्माण

सिंचाई प्रभाव

  • 2.10 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचाई क्षमता
  • इसमें अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार जिले शामिल हैं।
  • खरीफ फसल की सिंचाई में लाभ
  • कृषि विकास: वर्तमान और नई कृषि भूमि के लिए जल की पहुंच सुनिश्चित करता है।
सारांश/स्थैतिक विवरण
चर्चा में क्यों? कैबिनेट ने पटना-आरा-सासाराम कॉरिडोर और कोसी-मेची इंट्रा-स्टेट लिंक परियोजना को मंजूरी दी
पटना-आरा-सासाराम कॉरिडोर – 120.10 किमी, 4-लेन
– ₹3,712.40 करोड़
– एचएएम मॉडल
– यात्रा का समय कम करता है, राज्य राजमार्गों पर भीड़भाड़ कम करता है
– पटना, सासाराम, बिहिता हवाई अड्डे, प्रमुख शहरों को जोड़ता है
– रोजगार: 48 लाख मानव दिवस
कोसी-मेची अंतर-राज्य लिंक परियोजना – कुल लागत ₹6,282.32 करोड़
– केंद्रीय सहायता ₹3,652.56 करोड़
– मार्च 2029 तक पूरा होना
– 4 जिलों में 2.10 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी
– पीएमकेएसवाई-एआईबीपी का हिस्सा
– ईकेएमसी का पुनर्निर्माण, खरीफ सीजन की सिंचाई को लाभ
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
Sanjeev Kumar

Recent Posts

हितेश गुलिया विश्व मुक्केबाजी कप में स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज

भारत की मुक्केबाज़ी टीम ने ब्राज़ील के फॉज़ डू इगुआसू में आयोजित 2025 वर्ल्ड बॉक्सिंग…

1 hour ago

पश्चिम बंगाल ने नोलेन गुरेर संदेश के लिए जीआई टैग हासिल किया

पश्चिम बंगाल ने अपनी सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण…

1 hour ago

दिल्ली ने आयुष्मान भारत योजना लागू की और 35वां राज्य बना

दिल्ली सरकार ने राजधानी में बहुप्रतिक्षित आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान योजना) को…

2 hours ago

भारत AI में सबसे अधिक निवेश करने वाले 10 देशों में शामिल

संयुक्त राष्ट्र (UN) की हाल ही में जारी रिपोर्ट में भारत की कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI)…

3 hours ago

विश्व स्वास्थ्य दिवस 2025: थीम, इतिहास और महत्व

विश्व स्वास्थ्य दिवस 2025 को 7 अप्रैल को विश्व स्तर पर मनाया जा रहा है,…

3 hours ago

भारत-श्रीलंका ने भविष्य के लिए ऐतिहासिक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए

भारत और श्रीलंका ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम…

4 hours ago