आज 2 प्रोफेसरों, हार्वर्ड में प्रोफेसर ओलिवर हार्ट और मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के बेंट होम्स्ट्रॉम को संयुक्त रूप से अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार देने का एलान किया गया. हार्ट और होम्स्ट्रॉम ने कॉन्ट्रेक्चुअल डिजाइन के क्षेत्र में एक फ्रेमवर्क विकसित किया है जिसके मुताबिक किसी कंपनी के एग्जीक्यूटिव्स को परफॉर्मेंस बेस्ड सैलरी कैसे मिलती है, इंश्योरेंस में किस तरह से प्रीमियम काटा जाता है, इस पर विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है. दोनों ने पब्लिक सेक्टर के प्राइवेटाजेशन पर भी काम किया.
क्या है कॉन्ट्रैक्ट थ्योरी?
– कांट्रैक्ट थ्योरी किसी को कॉन्ट्रैक्ट के डिजाइन को समझने में मदद करती है.
– इस थ्योरी का टारगेट इस बात को विस्तार से समझाना है कि क्यों कॉन्ट्रैक्ट्स में कई तरह के फॉर्म्स और डिजाइन होते हैं.
– इसका दूसरा मकसद इस बात का पता लगाना है कि कैसे कोई एक बेहतर कॉन्ट्रैक्ट तैयार कर सकता है.
– नोबेल प्राइज एकेडमी के मुताबिक इस थ्योरी की वजह से समाज में एक बेहतर इंस्टीट्यूट तैयार करने में काफी मदद मिलती है.
अब इस ख़बर से संबंधित कुछ प्रश्नों की बात करते हैं :
1. 2016 का अर्थशास्त्र का नोबेल किसे दिए जाने की घोषणा की गई है ?
2. अमेरिका आधारित दो अर्थशास्त्रियों को किसलिए नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा ?
उत्तर
1. प्रोफेसर ओलिवर हार्ट और बेंट होम्स्ट्रॉम को संयुक्त रूप से
2. उन्होंने कॉन्ट्रेक्चुअल डिजाइन के क्षेत्र में एक फ्रेमवर्क विकसित किया है
स्रोत – दि हिन्दू
स्रोत – दि हिन्दू