आइसलैंड पुरुषों और महिलाओं के बीच समान वेतन को वैध करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है. आइसलैंड में अब काम के लिए महिलाओं की तुलना में पुरषों को अधिक वेतन देना अवैध होगा.
नए नियमों के तहत, कम से कम 25 लोगों को रोजगार वाली कंपनियों और सरकारी एजेंसियों को उनकी समान-भुगतान नीतियों का सरकारी प्रमाणीकरण प्राप्त करना होगा.
IBPS Clerk Mains 2017 परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- आइसलैंड को दुनिया के सबसे लिंग-समान देश के रूप में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) द्वारा पहला स्थान दिया गया है.
- आइसलैंड कैपिटल – रेकजाविक, राष्ट्रपति- ग. गुडनी जोहान्सन
स्रोत- द इंडिपेंडेंट