प्रत्येक वर्ष 16 अप्रैल को हाथियों के सामने आने वाले खतरों और उन्हें जीने के लिए विभिन्न कठिनाइयों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए “हाथी बचाओ दिवस (Save the Elephant Day)” मनाया जाता है। हाथी बचाओ दिवस का उद्देश्य लोगों को हाथियों और उनकी दुर्दशा के बारे में शिक्षित करके इस ख़तरनाक प्रवृत्ति को बदलना है, सभी को अपना काम करने के लिए प्रोत्साहित करना और हाथियों के विलुप्त होने से बचाने में मदद करना है।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
हाथी बचाओ दिवस की स्थापना थाईलैंड स्थित ‘एलिफेंट रिइंट्रोडक्शन फाउंडेशन’ के द्वारा की गई थी। इसके स्थापना का उद्देश्य आम लोगों के बीच जागरूकता फैलाना था ताकि हाथियों के भविष्य पर उनके कार्यों या निष्क्रियता के महत्व और परिणामों के बारे में समझ विकसित हो। WWF के आंकड़ों के मुताबिक इस समय भारत में पैकीडर्म/हाथियों की आबादी करीब 20,000 से 25,000 के बीच है।
हाथी के बारे में (About the Elephant):
हाथी को सबसे विशालकाय भूमि पर रहने वाला जानवर है। जानवरों के साम्राज्य में आश्चर्यजनक रूप से इसे सबसे शांत और बृहत्काय रूप में जाना जाता है। जंगल में सबसे भावनात्मक, बुद्धिमान और सुंदर इस जानवर का अवैध शिकार शायद सबसे ज्यादा हो रहा है। यह बहुत दुखद बात है कि विभिन्न ख़तरों के कारण हाथियों की आबादी तेज़ी से घट रही है।
इन्हें भी पढ़ें :
अंतरराष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस 2025 हर वर्ष 20 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिवस…
भारत के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को वैश्विक स्तर पर बड़ी पहचान मिली है। NASA इंटरनेशनल…
हुरुन रिच लिस्ट 2025 ने एक बार फिर भारत के तेज़ी से बदलते स्टार्टअप और…
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने शून्य-कूपन बॉन्ड (Zero-Coupon Bonds) को अब ₹10,000 के…
भारत अपनी पहली ‘वन विश्वविद्यालय (Forest University)’ की स्थापना की तैयारी कर रहा है, जो…
झारखंड ने 2025–26 सत्र में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) जीतकर इतिहास रच दिया। ईशान…