भारत ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (GPAI या Gee-Pay) में बतौर संस्थापक सदस्य के शामिल हो गया है। GPAI को अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, मैक्सिको, न्यूजीलैंड, कोरिया गणराज्य, सिंगापुर सहित भारत जैसे प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह द्वारा लॉन्च किया गया है। प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच इस साझेदारी का उद्देश्य एआई के जिम्मेदारीपूर्ण विकास और मानवाधिकारों, समावेशन, विविधता, नवाचार और आर्थिक विकास में उपयोग का मार्गदर्शन करना है।
जीपीएआई एक अंतरराष्ट्रीय और बहु-हितधारक पहल है जो प्रतिभागी देशों के के अनुभव और विविधता का उपयोग करके एआई से जुड़ी चुनौतियों और अवसरों की बेहतर समझ विकसित करने का अपने किस्म का पहला प्रयास भी है। यह जिम्मेदारीपूर्ण विकास को बढ़ावा देने के लिए साझेदारों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के सहयोग से उद्योग, नागरिक समाज, सरकारों और शिक्षाविदों के प्रमुख विशेषज्ञों को एक साथ लाएगा।
इस पहल के संस्थापक सदस्य के रूप में शामिल होने से भारत समावेशी विकास के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकियों के उपयोग के अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वैश्विक विकास में सक्रिय रूप से भाग लेगा।
ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को पेरिस में आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (Organization for Economic Cooperation and Development) में स्थित सचिवालय तथा मॉन्ट्रियल और पेरिस में एक-एक विशेषज्ञता-केंद्र सहित दो विशेषज्ञता केंद्रों द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी।