बीमा उत्पादों के गलत और जबरन विक्रय (mis-selling and force-selling) के बढ़ते मामलों को देखते हुए, भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने बीमा सुगम प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। इस डिजिटल पहल का उद्देश्य ग्राहकों को बीमा उत्पादों के प्रति पारदर्शिता और भरोसा प्रदान करना है। IRDAI के अध्यक्ष देबाशीष पांडा ने इस मुद्दे पर SBI के वार्षिक बिजनेस और इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में कहा कि बैंकों को अपने मुख्य कार्य, यानी ऋण प्रदान करने, पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और ग्राहकों को अनावश्यक बीमा उत्पाद खरीदने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए।
यह पहल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की उस अपील के अनुरूप है, जिसमें उन्होंने बैंकों को जिम्मेदार बैंकएश्योरेंस प्रथाओं को अपनाने की सलाह दी थी।
| विषय | विवरण |
|---|---|
| समाचार में क्यों? | बीमा सुगम प्लेटफॉर्म बीमा उत्पादों के गलत विक्रय की समस्या का समाधान करेगा। |
| मुख्य चिंता | ग्राहकों पर बीमा उत्पादों का गलत और जबरन विक्रय। |
| वित्त मंत्री की राय | – बैंकों को मुख्य बैंकिंग कार्यों पर ध्यान देना चाहिए। – गलत विक्रय से ऋण का अप्रत्यक्ष खर्च बढ़ता है। |
| IRDAI की टिप्पणी | – बीमा सुगम प्लेटफॉर्म पारदर्शिता बढ़ाने में मदद करेगा। – ग्राहकों को विकल्प प्रदान करना चाहिए। |
| प्लेटफॉर्म की विशेषताएं | – आधार, यूपीआई, और खाता एग्रीगेटर के साथ एकीकृत। – बीमा उत्पादों की पारदर्शी खरीद, बिक्री, और सेवा। |
| सहयोग की अपील | सभी हितधारकों को ग्राहकों के विश्वास को बहाल करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। |
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