गणतंत्र दिवस परेड 2025: सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्तों और झांकियों के परिणाम घोषित

कर्तव्य पथ, दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड भारत की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता और ऐतिहासिक विरासत का भव्य प्रदर्शन है। 2025 की गणतंत्र दिवस परेड में अनुशासन, परंपरा और कलात्मकता की शानदार झलक देखने को मिली, जहां मार्चिंग टुकड़ियों और झांकियों ने सर्वोत्तम प्रदर्शन के लिए प्रतिस्पर्धा की। परिणाम तीन विशेषज्ञ पैनलों द्वारा घोषित किए गए, और MyGov पोर्टल पर हुए ऑनलाइन जनमत संग्रह ने ‘लोकप्रिय पसंद’ (पॉपुलर च्वाइस) विजेताओं का निर्धारण किया।

सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ियाँ: अनुशासन और उत्कृष्टता का प्रदर्शन

रक्षा कर्मियों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस की मार्चिंग टुकड़ियों ने अनुकरणीय समन्वय, सटीकता और देशभक्ति का प्रदर्शन किया। विजेता इस प्रकार रहे:

न्यायाधीशों की पसंद:

  • सेनाओं में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी: जम्मू एवं कश्मीर रायफल्स
  • CAPFs/अन्य सहायक बलों में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी: दिल्ली पुलिस मार्चिंग टुकड़ी

लोकप्रिय पसंद (MyGov जनमत संग्रह):

  • सेनाओं में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी: सिग्नल्स टुकड़ी
  • CAPFs/अन्य सहायक बलों में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी: CRPF मार्चिंग टुकड़ी

जम्मू एवं कश्मीर रायफल्स टुकड़ी ने अनुशासित और समन्वित मार्चिंग से जूरी को प्रभावित किया, जबकि दिल्ली पुलिस टुकड़ी ने उत्कृष्ट परेड ड्रिल का प्रदर्शन किया। जनमत संग्रह में सिग्नल्स टुकड़ी और CRPF टुकड़ी को जनता ने सर्वाधिक पसंद किया।

भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को दर्शाती शीर्ष झांकियाँ

गणतंत्र दिवस परेड का सबसे प्रतीक्षित हिस्सा झांकी प्रदर्शन होता है, जहां विभिन्न राज्य, केंद्र शासित प्रदेश और केंद्रीय मंत्रालय अपनी विशिष्ट विरासत, उपलब्धियों और परंपराओं को भव्य रूप से प्रस्तुत करते हैं।

राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों की सर्वश्रेष्ठ झांकियाँ (न्यायाधीशों की पसंद):

  • उत्तर प्रदेश“महाकुंभ 2025 – स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास”
    • यह झांकी महाकुंभ 2025 की भव्यता को दर्शाती है, जो दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। इसमें कुंभ मेले के आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और आर्थिक महत्व को प्रस्तुत किया गया।
  • त्रिपुरा“शाश्वत श्रद्धा: त्रिपुरा में 14 देवताओं की पूजा – खारची पूजा”
    • यह झांकी खारची पूजा को प्रदर्शित करती है, जो त्रिपुरा का पारंपरिक त्योहार है। इसने आदिवासी और हिंदू परंपराओं के अद्वितीय संगम को उजागर किया।
  • आंध्र प्रदेश“एतिकोप्पका बोम्मालु – पर्यावरण अनुकूल लकड़ी के खिलौने”
    • यह झांकी एतिकोप्पका लकड़ी के खिलौनों की उत्कृष्ट कारीगरी को दर्शाती है, जो अपनी जैविक लाह तकनीक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जानी जाती है।

केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों की सर्वश्रेष्ठ झांकी (न्यायाधीशों की पसंद):

  • जनजातीय कार्य मंत्रालय“जनजातीय गौरव वर्ष”
    • इस झांकी ने भारत की जनजातीय समुदायों की विरासत को प्रदर्शित किया और उनके कल्याण के लिए सरकार की पहल को उजागर किया।

विशेष पुरस्कार:

  • केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD)“भारत के संविधान के 75 वर्ष”
    • इस झांकी ने भारतीय संविधान की यात्रा को दर्शाया, जिसमें डॉ. बी.आर. अंबेडकर की दृष्टि और संविधान के तहत प्राप्त महत्वपूर्ण उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया।
  • ‘जयति जय मम भारतम’ नृत्य दल
    • इस नृत्य प्रदर्शन को भारत की सांस्कृतिक जीवंतता और देशभक्ति को दर्शाने के लिए विशेष मान्यता दी गई।

लोकप्रिय पसंद (MyGov जनमत संग्रह) में विजेता झांकियाँ

सरकार ने MyGov पोर्टल पर 26 से 28 जनवरी 2025 तक ऑनलाइन मतदान आयोजित किया, जिसमें जनता ने अपनी पसंदीदा झांकियों को चुना। परिणाम इस प्रकार रहे:

  • गुजरात“स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास”
    • इस झांकी ने भारत की समृद्ध विरासत और तीव्र विकास को प्रदर्शित किया, जिससे भारत की वैश्विक शक्ति बनने की यात्रा उजागर हुई।
  • उत्तर प्रदेश“महाकुंभ 2025 – स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास”
    • यह झांकी जनता के बीच भी अत्यधिक लोकप्रिय रही और जनमत संग्रह में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
  • उत्तराखंड“उत्तराखंड: सांस्कृतिक विरासत और साहसिक खेल”
    • इस झांकी ने उत्तराखंड की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और साहसिक पर्यटन क्षमता को प्रस्तुत किया, जो इसे धार्मिक और एडवेंचर टूरिज्म के लिए महत्वपूर्ण बनाती है।

केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों की सर्वश्रेष्ठ झांकी (लोकप्रिय पसंद):

  • महिला एवं बाल विकास मंत्रालय“महिला और बच्चों की बहुआयामी यात्रा”
    • इस झांकी ने महिला और बच्चों की प्रगति को दर्शाया, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा और सशक्तिकरण से जुड़ी सरकारी योजनाओं की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया।

निष्कर्ष

गणतंत्र दिवस परेड 2025 ने भारत की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता और ऐतिहासिक धरोहर को भव्यता से प्रदर्शित किया। सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों की अनुशासित मार्चिंग टुकड़ियों से लेकर विभिन्न राज्यों और मंत्रालयों की आकर्षक झांकियों तक, यह आयोजन भारत की एकता और गौरवशाली परंपराओं का प्रतीक बना। जनता और न्यायाधीशों दोनों की पसंद को मान्यता देने से यह परेड और भी खास बन गई।

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vikash

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