देवजीत सैकिया को सचिव और प्रभतेज सिंह भाटिया को कोषाध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुने जाने की औपचारिकता 12 जनवरी, 2025 को बीसीसीआई की विशेष आम बैठक (एसजीएम) के दौरान पूरी हुई। यह घटनाक्रम जय शाह और आशीष शेलार के अपने-अपने पदों से इस्तीफा देने के बाद सामने आया है।
मुख्य बिंदु
चुनाव के मुख्य अंश
- देवजीत सैकिया (सचिव) और प्रभतेज सिंह भाटिया (कोषाध्यक्ष) निर्विरोध चुने गए।
- चूंकि दोनों ही एकमात्र उम्मीदवार थे, इसलिए किसी मतदान की आवश्यकता नहीं हुई।
- बीसीसीआई के चुनाव अधिकारी ए.के. जोटी ने 10 मिनट की एसजीएम में चुनाव की पुष्टि की।
रिक्त पद
- जय शाह ने 30 नवंबर, 2024 को बीसीसीआई सचिव पद से इस्तीफा दिया, इसके बाद उन्होंने आईसीसी चेयरमैन का पदभार संभाला।
- आशीष शेलार ने महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में मंत्री बनने के बाद कोषाध्यक्ष का पद छोड़ा।
अगला चुनाव
- संयुक्त सचिव का पद 45 दिनों के भीतर भरा जाएगा।
- संजय नाइक, एमसीए उपाध्यक्ष, एजीएम तक संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं।
देवजीत सैकिया का प्रोफ़ाइल
- असम के लिए पूर्व रणजी ट्रॉफी खिलाड़ी (1990-91)।
- बारसापारा क्रिकेट स्टेडियम, गुवाहाटी के विकास में अहम भूमिका।
- असम सरकार के लिए महाधिवक्ता।
- असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के करीबी।
- मुख्य जिम्मेदारी: भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के टेस्ट और वनडे प्रारूपों के संक्रमण की देखरेख।
प्रभतेज सिंह भाटिया का प्रोफ़ाइल
- युवा उद्यमी, जिनका परिवार शराब उद्योग से जुड़ा है।
- तीन साल का बीसीसीआई पार्षद का अनुभव।
- उनके पिता बलदेव सिंह भाटिया ने 2016 में छत्तीसगढ़ को बीसीसीआई की पूर्ण सदस्यता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सारांश/स्थिर विवरण | विवरण |
क्यों खबर में? | बीसीसीआई ने देवजीत सैकिया को सचिव और प्रभतेज सिंह भाटिया को कोषाध्यक्ष चुना। |
घटना | बीसीसीआई विशेष आम बैठक (एसजीएम) |
भरे गए पद | सचिव और कोषाध्यक्ष |
नए सचिव | देवजीत सैकिया |
नए कोषाध्यक्ष | प्रभतेज सिंह भाटिया |
पद रिक्त होने का कारण | जय शाह ने आईसीसी चेयरमैन बनने के लिए इस्तीफा दिया; आशीष शेलार महाराष्ट्र मंत्री बने। |
चुनाव की विधि | निर्विरोध; मतदान की आवश्यकता नहीं हुई। |
चुनाव अधिकारी | ए.के. जोटी |
अगला चुनाव | संयुक्त सचिव का पद 45 दिनों के भीतर भरा जाएगा; संजय नाइक संभावित उम्मीदवार। |
सैकिया का योगदान | बारसापारा स्टेडियम का विकास; कानूनी और क्रिकेट प्रशासन का अनुभव। |
भाटिया की पृष्ठभूमि | उद्यमी; पार्षद के रूप में अनुभव; पिता बलदेव सिंह भाटिया से मार्गदर्शन। |