बंधन बैंक ने 22 अगस्त 2023 को महिला ग्राहकों के लिए एक विशेष बचत खाता, अवनी का शुभारंभ किया है। बैंक ने अपने 9वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर, जो कि 23 अगस्त को है, दो नए उत्पादों का शुभारंभ किया-अवनी और बंधन बैंक्स डिलाइट नामक एक ग्राहक वफादारी उत्पाद।बंधन बैंक एक महिला केंद्रित बैंक है और इसके 3.4 ग्राहकों में से 73% महिलाएं हैं।
अवनी बचत खाता अपेक्षाकृत संपन्न महिलाओं को लक्षित करता है, क्योंकि इस खाते में न्यूनतम औसत त्रैमासिक शेष राशि 25,000 रुपये है। अवनी खाता अपने ग्राहकों को कई अतिरिक्त सुविधा भी देता है जैसे- 10 लाख रुपये के व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा कवर, मुफ्त हवाई अड्डे के लाउंज एक्सेस और 3.5 लाख रुपये की खोई हुई कार्ड देयता के साथ एक विशेष डेबिट कार्ड प्रदान करता है। इस खाते में खाता धारक को लॉकर किराये पर 25 प्रतिशत की छूट और गोल्ड लोन प्रोसेसिंग फीस पर 50 प्रतिशत की छूट भी मिलती है।
बैंक द्वारा लॉन्च किया गया बंधन बैंक डिलाइट्स एक लॉयल्टी प्रोग्राम है जहां ग्राहक खाते खोलने, कार्ड लेनदेन, फंड ट्रांसफर और अन्य बैंकिंग लेनदेन के लिए लॉयल्टी पॉइंट अर्जित करते हैं। लॉयल्टी पॉइंट्स, जिन्हें डिलाइट पॉइंट्स कहा जाता है, का उपयोग ग्राहकों द्वारा अन्य सामान और सेवाओं को खरीदने के लिए किया जा सकता है।
बंधन बैंक की शुरुआत एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) के रूप में हुई और बाद में यह एक गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी-माइक्रो फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन (एनबीएफसी-एमएफआई) बन गई। बैंक को आरबीआई से यूनिवर्सल बैंक का लाइसेंस मिला और 23 अगस्त 2015 को यूनिवर्सल बैंक में परिवर्तित हो गया। बंधन बैंक की स्थापना चंद्र शेखर घोष ने किया, जो लंबे समय तक बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी रहे थे। यह एक निजी क्षेत्र का बैंक है।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]चीन की शिपिंग कंपनी कॉस्को द्वारा पेरू के चांकाय में विकसित किया जा रहा यह…
1 नवंबर 2024 को समाप्त पखवाड़े में जमा वृद्धि (11.83%) और ऋण वृद्धि (11.9%) लगभग…
केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री, डॉ. मनसुख मांडविया ने खेलों में डोपिंग के खिलाफ…
बिरसा मुंडा जयंती, जिसे जनजातीय गौरव दिवस के नाम से भी जाना जाता है, हर…
अक्टूबर 2024 में भारत के माल निर्यात ने 17.3% की वृद्धि के साथ $39.2 बिलियन…
अक्टूबर में भारत की थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित मुद्रास्फीति 2.36% पर पहुंच गई, जो…