आगामी ऐक्सिओम मिशन-4 (Axiom-4) केवल एक और अंतरिक्ष उड़ान नहीं है—यह भारत सहित कई देशों के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि का प्रतीक है। इस मिशन में भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ल की भागीदारी भारत के अंतरिक्ष युग में एक नए अध्याय की शुरुआत करती है। यह मिशन न केवल अंतरराष्ट्रीय सहयोग का प्रतीक है, बल्कि वैज्ञानिक नवाचार और मानव अंतरिक्ष उड़ान में व्यावसायिक प्रगति का भी प्रतिनिधित्व करता है।
Axiom-4 द्वारा आयोजित यह मिशन चार अंतरिक्ष यात्रियों की एक विविध टीम को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक ले जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य वैज्ञानिक अनुसंधान, जन-संपर्क गतिविधियों और अंतरिक्ष वाणिज्य को एक साथ जोड़ना है, जिससे वैश्विक स्तर पर अंतरिक्ष अन्वेषण के नए द्वार खुलेंगे।
मिशन का परिचय
Axiom-4 केवल एक और अंतरिक्ष उड़ान नहीं है — यह भारत और कई अन्य देशों के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इस मिशन में भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की भागीदारी भारत की वैश्विक अंतरिक्ष उपस्थिति को दर्शाती है। इस मिशन का उद्देश्य वैज्ञानिक अनुसंधान, सार्वजनिक शिक्षा और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है।
मिशन विवरण
विवरण | जानकारी |
---|---|
मिशन का नाम | Axiom Mission 4 (Ax-4) |
प्रक्षेपण तिथि | स्थगित (अब तक) |
प्रक्षेपण समय | सुबह 8:22 (ईटी) |
प्रक्षेपण स्थल | LC-39A, NASA कैनेडी स्पेस सेंटर |
यान | स्पेसएक्स ड्रैगन |
लॉन्च प्रदाता | SpaceX |
गंतव्य | अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) |
अवधि | लगभग 14 दिन |
उद्देश्य | वैज्ञानिक अनुसंधान, शिक्षा, और अंतरराष्ट्रीय सहयोग |
शुभांशु शुक्ला – पायलट (भारत)
-
भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन
-
गगनयान मिशन के लिए चयनित
-
2000+ घंटे की उड़ान का अनुभव
-
सु-30 MKI, मिग-21, मिग-29, जगुआर जैसे विमानों का संचालन
-
जन्म: लखनऊ | शिक्षा: सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, NDA के पूर्व छात्र
पैगी व्हिटसन – कमांडर (सं.रा. अमेरिका)
-
अमेरिका की सबसे अनुभवी अंतरिक्ष यात्रियों में से एक
-
NASA की पूर्व अंतरिक्ष यात्री, अब Axiom Space में
-
इस मिशन की सुरक्षा और तकनीकी संचालन की प्रमुख
स्लावोस उज़्नांस्की-विस्निएव्स्की – मिशन स्पेशलिस्ट (पोलैंड)
-
जैव-चिकित्सा एवं अंतरिक्ष सिस्टम इंजीनियर
-
पोलैंड के प्रतिनिधि के रूप में ISS पर जा रहे हैं
टिबोर कपू – मिशन स्पेशलिस्ट (हंगरी)
-
मैकेनिकल इंजीनियर
-
हंगरी के पहले अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल
-
वैज्ञानिक प्रयोगों और संचालन कार्यों की जिम्मेदारी
मिशन के उद्देश्य
वैज्ञानिक अनुसंधान
-
मानव स्वास्थ्य, सूक्ष्म गुरुत्व और जैविक प्रणालियों पर प्रयोग
-
जीवन समर्थन प्रणाली और चिकित्सा अध्ययन
-
दीर्घकालिक मानव मिशनों की तैयारी में योगदान
अंतरराष्ट्रीय सहयोग
-
भारत, अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के प्रतिनिधियों का संयुक्त मिशन
-
सरकारी सहयोग से संचालित वाणिज्यिक अंतरिक्ष कार्यक्रमों की मिसाल
शिक्षा और जनसंपर्क
-
छात्रों को प्रेरित करने के लिए लाइव सेशन्स और अंतरिक्ष से प्रयोग
-
वैज्ञानिक सोच और STEM शिक्षा को बढ़ावा
शुभांशु शुक्ला: भारत की नई अंतरिक्ष पहचान
जन्म व पृष्ठभूमि:
-
जन्म: 10 अक्टूबर 1985, लखनऊ
-
शिक्षा: सिटी मॉन्टेसरी स्कूल
-
परिवार: पत्नी दंत चिकित्सक, एक चार वर्षीय पुत्र
भारतीय वायु सेना में योगदान:
-
2006 में फाइटर पायलट के रूप में कमीशन
-
वर्तमान में ग्रुप कैप्टन
-
गगनयान मिशन के लिए अंतिम चार में चयनित
Ax-4 में भूमिका:
-
पायलट के रूप में ड्रैगन यान के संचालन, दिशा-निर्देशन और आपातकालीन नियंत्रण की जिम्मेदारी
Axiom 4: भविष्य की ओर एक कदम
Ax-4 मिशन अंतरिक्ष यात्रा को निजी और सरकारी सहयोग से आगे बढ़ाने का प्रतीक है। भारत, हंगरी और पोलैंड जैसे देशों के लिए यह वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का सुनहरा अवसर है।
संक्षिप्त जानकारी
-
प्रक्षेपण स्थल: NASA Kennedy Space Center
-
अंतरिक्ष यात्री: भारत, अमेरिका, पोलैंड, हंगरी से
-
मिशन अवधि: 14 दिन
-
उद्देश्य: अनुसंधान, शिक्षा, सहयोग
-
शुभांशु शुक्ला की भागीदारी भारत के लिए ऐतिहासिक