अवनियापुरम जल्लीकट्टू, तमिलनाडु की सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, 14 जनवरी, 2025 को मदुरै में आरंभ हुआ। यह वार्षिक सांड-प्रशमन कार्यक्रम पोंगल उत्सव के दौरान मनाया जाता है, जो प्रतिभागियों की वीरता और कौशल के साथ क्षेत्र की गहरी परंपराओं को प्रदर्शित करता है।
कार्यक्रम का विवरण
तिथि और स्थान: 14 जनवरी, 2025, अवनियापुरम गांव, श्री भद्रकालीअम्मन मंदिर के पास।
प्रतिभागी: लगभग 1,100 सांड और 900 सांड-प्रशमनकर्ता इस आयोजन के लिए पंजीकृत हुए।
पुरस्कार: सर्वश्रेष्ठ सांड को ₹11 लाख मूल्य का ट्रैक्टर और शीर्ष सांड-प्रशमनकर्ता को ₹8 लाख मूल्य की कार प्रदान की जाएगी।
तैयारी और व्यवस्था
यातायात प्रबंधन: दर्शकों की भीड़ को संभालने के लिए मदुरै पुलिस ने यातायात मोड़ लागू किए, जिससे पेरियार प्रतिमा जंक्शन से अवनियापुरम तक वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया।
संरचनात्मक सुधार: नगर निगम ने ₹43 लाख की राशि आयोजन की तैयारियों के लिए आवंटित की, जिसमें बैरिकेड्स, अस्थायी टैंक, मोबाइल शौचालय, और स्थल के पास एक विशेष चिकित्सा सुविधा की स्थापना शामिल है।
सुरक्षा उपाय
प्रवेश प्रोटोकॉल: केवल वैध टोकन वाले सांड मालिकों और प्रशिक्षकों को सुबह 5 बजे से प्रवेश की अनुमति दी गई। सभी को आधार कार्ड प्रस्तुत करना आवश्यक था, जिसे पुलिस और पशुपालन अधिकारियों द्वारा क्यूआर कोड स्कैनिंग के माध्यम से सत्यापित किया गया। सांडों को टोकन नंबर के अनुसार दिन भर के निर्धारित समय स्लॉट में अखाड़े में प्रवेश दिया गया।
चिकित्सा सुविधाएं: स्थल के पास एक विशेष चिकित्सा सुविधा स्थापित की गई है, जहां मामूली चोटों का इलाज किया जाता है। गंभीर मामलों को सरकारी राजाजी अस्पताल में रेफर किया जाता है।
सांस्कृतिक महत्व
जल्लीकट्टू, एक प्राचीन तमिल खेल है, जिसकी जड़ें संगम काल तक जाती हैं। अलंगनल्लूर गांव इस परंपरा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है।
मुख्य बिंदु | विवरण |
क्यों खबरों में | अवनियापुरम जल्लीकट्टू 2025, 14 जनवरी 2025 को मदुरै, तमिलनाडु में शुरू हुआ। इसमें 1,100 सांड और 900 सांड-प्रशमनकर्ता शामिल हुए। सर्वश्रेष्ठ सांड को ₹11 लाख का ट्रैक्टर और शीर्ष सांड-प्रशमनकर्ता को ₹8 लाख की कार पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाएगी। |
आयोजन का स्थान | अवनियापुरम, मदुरै, तमिलनाडु |
राज्य | तमिलनाडु |
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री | एम.के. स्टालिन |
तमिलनाडु की राजधानी | चेन्नई |
प्रतिभागी | 1,100 सांड और 900 सांड-प्रशमनकर्ता |
मुख्य पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ सांड को ₹11 लाख का ट्रैक्टर; शीर्ष सांड-प्रशमनकर्ता को ₹8 लाख की कार |
आयोजन की व्यवस्था के लिए बजट | संरचना और सुरक्षा तैयारियों के लिए ₹43 लाख आवंटित |
पोंगल उत्सव | जल्लीकट्टू तमिलनाडु के पोंगल उत्सव का हिस्सा है, जो सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है। |
आयोजन की मुख्य बातें | यातायात मोड़ और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था से कार्यक्रम को सुचारू रूप से आयोजित किया गया। |
सांस्कृतिक महत्व | जल्लीकट्टू एक प्राचीन तमिल खेल है, जिसकी जड़ें संगम काल में हैं। |