हर साल 18 जून को विश्व स्तर पर ऑटिस्टिक प्राइड डे मनाया जाता है। यह दिन ऑटिज्म से पीड़ित व्यक्तियों के अधिकारों का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है। साल 2005 में, गैरीथ एंड एमी नेल्सन द्वारा बनाई गई एस्पिस फॉर फ्रीडम (एएफएफ) द्वारा ब्राजील में पहला ऑटिस्टिक प्राइड डे मनाया गया था, जो बाद एक वैश्विक कार्यक्रम बन गया। न्यूरोडाइवर्सिटी को दर्शाने के लिए रेनबो इन्फिनिटी प्रतीक का उपयोग किया जाता है जो ऑटिस्टिक लोगों के जीवन में अनंत संभावनाओं का प्रतीक है।
क्या होता है ऑटिज्म या ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर?
ऑटिज्म या ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी), बातचीत और दूसरे लोगों से व्यवहार करने की क्षमता को सीमित कर देता है। ऑटिज्म एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है। यह विकार सामाजिक सहभागिता और संचार के साथ कठिनाइयों की विशेषता है जिसमें प्रतिबंधित और दोहराव वाला व्यवहार भी शामिल हो सकता है। ऑटिज्म के लक्षण अक्सर पहले तीन वर्षों के दौरान बच्चे के माता-पिता द्वारा देखे जाते हैं। ये संकेत धीरे-धीरे विकसित होते हैं।
विश्व स्वास्थ्य सभा (WHA) ने मई 2014 में सदस्य राष्ट्रों ने WHO के साथ मिलकर ASD और अन्य सामाजिक विकारों को दूर करने के लिए “Comprehensive and coordinated efforts for the management of autism spectrum disorders(ASD)” यानि ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकारों (एएसडी) के प्रबंधन के लिए व्यापक और समन्वित प्रयासों को अपनाया था।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
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- विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस हर साल 2 अप्रैल को विश्व स्तर पर मनाया जाता है.
- इस वर्ष के विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस 2020 थीम ‘The Transition to Adulthood’ है.