असमिया नव वर्ष 2022 (Assamese New Year 2022)
बोहाग बिहू या रोंगाली बिहू, असम के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। यह प्रत्येक बर्ष अप्रैल के दूसरे सप्ताह में पड़ता है, जो फसल की कटाई की शुरुआत का प्रतीक है। इस वर्ष बोहाग बिहू 14 अप्रैल से 16 अप्रैल तक मनाया जा रहा है। असमिया में रोंगाली का अर्थ आनंद है और त्योहार वास्तव में परिवार और समुदाय के साथ आनंद बांटने और आनंद लेने का समय है।
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Hindu Review March 2022 in Hindi
हिंदू सौर कैलेंडर का पहला दिन पंजाब, तमिलनाडु, उड़ीसा, केरल, मणिपुर और पश्चिम बंगाल राज्यों में अलग-अलग नामों और परंपराओं के साथ मनाया जाता है। बिहू साल में तीन बार मनाया जाता है; रोंगाली या बोहाग बिहू के अलावा – कटि बिहू या कोंगाली बिहू और माघ बिहू या भोगली बिहू। इन्हें फ़सलो की कटाई के विभिन्न चरणों को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है।
असमिया नव वर्ष 2022: महत्व (Assamese New Year 2022: Significance)
रोंगाली बिहू के अलग-अलग दिन मवेशियों, घरेलू देवताओं, हथकरघा और खेती के उपकरणों को समर्पित हैं। लोक गीतों के रूप में गाये जाने वाले बिहू गीत के धुन पर नृत्य करना, दावत देना और त्योहार की अन्य परंपराओं से उपहारों का आदान-प्रदान करना इस त्यौहार की ख़ूबसूरती है। यह इस त्यौहार के महत्त्व को दर्शाता है।
असमिया नव वर्ष का इतिहास (History of the Assamese New Year)
ऐसा कहा जाता है कि बिहू का इतिहास प्राचीन काल में लगभग 3500 ईसा पूर्व का है, जब लोगों ने बेहतर फ़सल के लिए अग्नि यज्ञ किया था। ऐसा माना जाता है कि हज़ारों वर्ष पहले दुनिया के उत्तर-पूर्वी हिस्से में रहने वाली एक कृषि जनजाति ने त्योहार मनाना शुरू किया था।
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