gdfgerwgt34t24tfdv
Home   »   भारत ने रचा इत‍िहास, घुड़सवारी में...

भारत ने रचा इत‍िहास, घुड़सवारी में 41 साल बाद जीता गोल्ड मेडल

भारत ने रचा इत‍िहास, घुड़सवारी में 41 साल बाद जीता गोल्ड मेडल |_3.1

एशियन गेम्स 2023 में भारतीय प्लेयर्स बहुत ही शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। आज तीसरे दिन भारत ने एशियन गेम्स 2023 के घुड़सवारी में ड्रेसाज इवेंट में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। भारत को 41 साल बाद घुड़सवारी में गोल्ड मेडल मिला है। भारत के लिए अनुष अग्रवाला, ह्रदय विपुल चेड़ा, सुदप्ति हेजला और दिव्यकीर्ति सिंह ने कमाल कर दिया।

भारत के लिए अनुष अग्रवाला, ह्रदय विपुल चेड़ा, सुदप्ति हेजला और दिव्यकीर्ति सिंह ने शानदार प्रदर्शन किया। ड्रेसाज इवेंट में भारतीय जोड़ी ने 209.205 अंक हासिल किए और पहले स्थान पर रहे। इसी के साथ भारत ने एशियन गेम्स 1982 के बाद इस इवेंट में गोल्ड मेडल जीत लिया है। इस इवेंट में किसी भारतवासी को मेडल की उम्मीद नहीं थी, लेकिन प्लेयर्स ने अपने मेहनत से गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है।

 

एशियन गेम्स 2023 में ये तीसरा गोल्ड

भारत का एशियन गेम्स 2023 में ये तीसरा गोल्ड मेडल है। इससे पहले भारत ने शूटिंग, महिला क्रिकेट टीम और घुड़सवारी के ड्रेसाज इवेंट में गोल्ड मेडल जीता है। भारत के एशियन गेम्स 2023 में अब तक 15 गोल्ड मेडल जीते हैं। भारत के लिए सेलिंग में नेहा ठाकुर ने सिल्वर मेडल और इबाद अली ने ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। भारतीय प्लेयर्स एशियन गेम्स 2023 में बहुत ही शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।

एशियन गेम्स 2023 में भारतीय हॉकी टीम ने सिंगापुर को 16-1 से हराया था। भारत की ग्रुप-स्टेज में ये लगातार दूसरा मैच जीता है। इससे पहले भारत ने उज्बेकिस्तान को मात दी थी। वहीं, शूटिंग में दिव्यांश सिंह पंवार और रमिता 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड इवेंट के ब्रॉन्ज मेडल मैच में कोरिया से (18-20) से हार गए थे और चौथे स्थान पर रहे थे।

 

पिछला स्वर्ण पदक 1982 में जीता

भारत ने घुड़सवारी में पिछला स्वर्ण पदक नई दिल्ली में 1982 में हुए एशियाई खेलों में जीता था।

 

Find More Sports News Here

Asian Games 2023, India wins gold after 41 years in Horse Riding_100.1

FAQs

एशियाई खेलों का मुख्य उद्देश्य क्या है?

एशियाई खेलों का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य, एशियाई देशों के आपसी सम्बन्धों को विकसित करना एवं एशिया महाद्वीपों को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना था। एशियाई ओलम्पिक परिषद के साथ जुड़े सदस्य देश एवं क्षेत्रीय देशों की टीमें इस खेल मेले में प्रतिभागी होती हैं।