अंत्योदय दिवस हर साल 25 सितंबर को मनाया जाता है, ताकि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 109वीं जयंती को सम्मानित किया जा सके। दीनदयाल उपाध्याय एक दूरदर्शी राजनीतिक चिंतक, दार्शनिक और समग्र मानववाद (Integral Humanism) के प्रवर्तक थे। “अंत्योदय” शब्द का अर्थ है “अंतिम व्यक्ति का उदय”, जो समाज के सबसे गरीब और वंचित वर्गों के उत्थान का प्रतीक है। 2014 में स्थापित, अंत्योदय दिवस यह याद दिलाता है कि विकास तभी सार्थक है जब यह समाज के सबसे कमजोर वर्ग तक पहुंचे, और इसमें सहानुभूति, सामाजिक जिम्मेदारी और न्याय का संदेश निहित हो।
अंत्योदय दिवस का इतिहास
जन्म: 25 सितंबर 1916, नगला चंद्रभान, मथुरा, उत्तर प्रदेश
प्रारंभिक जीवन: छोटी उम्र में माता-पिता का निधन होने के बावजूद शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और बाद में राजनीतिक विज्ञान में अध्ययन किया।
राजनीतिक यात्रा: RSS के प्रचारक बने और भारतीय जनता पार्टी के पूर्ववर्ती संगठन भारतीय जनता संघ के सह-संस्थापक रहे।
दर्शन: समग्र मानववाद (Integral Humanism) का प्रचार किया, जिसमें शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आत्मिक विकास पर ध्यान दिया गया।
दृष्टि: सच्ची शासन प्रणाली गरीबों को प्राथमिकता दे, उनकी गरिमा और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करे।
स्थापना: 2014 में भारत सरकार ने उनके सम्मान में 25 सितंबर को अंत्योदय दिवस घोषित किया।
अंत्योदय दिवस 2025 का महत्व
समाज को याद दिलाना कि विकास अधूरा है यदि कमजोर वर्ग का उत्थान नहीं हो।
सरकारी योजनाओं जैसे अंत्योदय अन्न योजना और दीनदयाल अंत्योदय योजना को बढ़ावा देना।
शासन में सहानुभूति, न्याय और समानता पर जोर देना।
विकास को लोगों-केंद्रित बनाना, केवल धन-केंद्रित नहीं।
युवाओं को सामाजिक न्याय और समानता के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करना।
अंत्योदय से जुड़ी प्रमुख योजनाएं
अंत्योदय अन्न योजना (AAY)
2000 में शुरू की गई ताकि गरीबी रेखा (BPL) के परिवारों के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हो।
परिवारों को सस्ते अनाज (गेहूं और चावल) उपलब्ध कराए जाते हैं ताकि कोई भूखा न सोए।
दीनदयाल अंत्योदय योजना (DAY)
ग्रामीण और शहरी गरीबों पर केंद्रित, आजीविका और आत्मनिर्भरता पर जोर।
DAY-NRLM (National Rural Livelihoods Mission):
ग्रामीण महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों (SHGs) में संगठित करना।
बचत, लघु व्यवसाय और वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा देना।
DAY-NULM (National Urban Livelihoods Mission):
शहरी गरीबों के लिए कौशल प्रशिक्षण, रोजगार सहायता और लघु ऋण।
सतत आजीविका और उद्यमिता को प्रोत्साहित करना।
ये कार्यक्रम दीनदयाल उपाध्याय के “अंत्योदय” दर्शन को दर्शाते हैं, जिसमें किसी भी नागरिक को पीछे नहीं छोड़ा जाता।
मुख्य तथ्य:
मनाया जाता है: 25 सितंबर 2025
स्मरण: पंडित दीनदयाल उपाध्याय (1916–1968)
परिचयित किया गया: 2014
मुख्य दर्शन: अंत्योदय – अंतिम व्यक्ति का उत्थान
संबंधित योजनाएं: अंत्योदय अन्न योजना (2000), दीनदयाल अंत्योदय योजना (NRLM और NULM)
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