ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित और प्रसिद्ध लेखक अमिताभ घोष (Amitav Ghosh) ने ‘द नटमेग’स कर्स: पैरेबल्स फॉर ए प्लैनेट इन क्राइसिस (The Nutmeg’s Curse: Parables for a Planet in Crisis)’ नामक पुस्तक लिखी है. यह जॉन मुर्रे (John Murray) द्वारा प्रकाशित किया गया है. पुस्तक जायफल की कहानी के माध्यम से आज दुनिया पर उपनिवेशवाद के प्रभाव के इतिहास के बारे में बात करती है.
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‘द नटमेग’स कर्स’ में, घोष चर्चा करते हैं कि जायफल की अपने मूल बांदा द्वीपों से यात्रा मानव जीवन और पर्यावरण के शोषण की व्यापक औपनिवेशिक मानसिकता पर प्रकाश डालती है, जो आज भी मौजूद है. घोष की कुछ अन्य उल्लेखनीय कृतियों में इबिस ट्राइलॉजी और ‘द ग्रेट डिरेंजमेंट’ शामिल हैं.
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