अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) ने 18 मई 2023 को देश में क्लाउड सेवाओं के लिए बढ़ती ग्राहक मांग को पूरा करने के अपने प्रयासों में 2030 तक भारत के क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक यानी लगभग 12.7 अरब डॉलर का निवेश करने की बात कही है। एडब्ल्यूएस ने एक बयान में कहा कि भारत में डेटा सेंटर के बुनियादी ढांचे में नियोजित निवेश से हर साल भारतीय व्यवसायों में अनुमानित रूप से औसतन 1,31,700 पूर्णकालिक समकक्ष (एफटीई) नौकरियों का सृजन होगा।
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निर्माण, सुविधा रखरखाव, इंजीनियरिंग, दूरसंचार और अन्य नौकरियों सहित ये पद भारत में डेटा सेंटर आपूर्ति शृंखला के हिस्सा हैं। एडब्ल्यूएस ने कहा कि देश में उसकी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता 2030 तक 1,36,500 करोड़ रुपये (लगभग 16.4 अरब डॉलर) के निवेश तक पहुंच जाएगी। यह साल 2016 से साल 2022 के बीच एडब्ल्यूएस की ओर से किए गए 30,900 करोड़ रुपये (3.7 बिलियन अमरीकी डॉलर) के निवेश के अतिरिक्त होगा। साल 2030 तक भारत में कंपनी का निवेश 1,36,500 करोड़ यानी 16.4 अरब डॉलर हो जाएगा।
फरवरी में, कंपनी ने भारत में बेरोजगार और कम रोजगार वाले आईटी पेशेवरों की सहायता करने के उद्देश्य से एक पहल भी शुरू की, जिससे उन्हें अपने कौशल को बढ़ाने और मध्य-स्तर के क्लाउड करियर में परिवर्तन करने में मदद मिली। AWS ने कहा कि भारत में इसके निवेश का कार्यबल विकास, प्रशिक्षण और कौशल अवसरों, सामुदायिक जुड़ाव और स्थिरता पहल जैसे क्षेत्रों में स्थानीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ता है। कंपनी ने देखा कि भारत में उसके लाखों ग्राहक लागत बचत, नवाचार में तेजी लाने और बाजार में गति बढ़ाने के लिए एडब्ल्यूएस पर अपना वर्कलोड चलाते हैं। इसमें इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय जैसी सरकारी संस्थाएं, आरोग्यश्री हेल्थ केयर ट्रस्ट जैसे सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान, अशोक लेलैंड, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी लाइफ और टाइटन जैसे बड़े भारतीय उद्यम, हैवमोर, क्यूब जैसे छोटे और मध्यम व्यवसाय शामिल हैं।
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