एशियाई विकास बैंक (ADB) ने चालू वित्त वर्ष यानी 2023-24 के लिए भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर के अनुमान को बढ़ाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया है। एडीबी ने सितंबर में 6.3 प्रतिशत विकास दर का अनुमान लगाया था। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि उम्मीद से ज्यादा 7.6 प्रतिशत रही, जिसके चलते बैंक को अपने अनुमान में संशोधन करना पड़ा।
बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मैन्युफैक्चरिंग, खनन, निर्माण और यूटिलिटी में दोहरे अंक में तेजी रही है। हालांकि पूरे वित्त वर्ष में कृषि की विकास दर थोड़ा धीमी गति से बढ़ने का अनुमान है। हालांकि, इंडस्ट्रियल सेक्टर का प्रदर्शन बहुत अच्छा है, इसलिए विकास दर में ऊपर की ओर संशोधन होगा।
एडीबी ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपने विकास दर के पूर्वानुमान को 6.7 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। वित्त वर्ष 2023-24 में उपभोक्ता खर्च और निर्यात में धीमी वृद्धि के बावजूद सरकारी खर्च से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
एडीबी ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारतीय मुद्रास्फीति को 5.5 प्रतिशत के अपने पहले के पूर्वानुमान को बरकरार रखा है। एडीबी ने 2023 में चीन में विकास दर 5.2 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान लगाया है, जो सितंबर में 4.9 प्रतिशत के पिछले पूर्वानुमान से ज्यादा है।
2024 में चीन की विकास दर धीमी होकर 4.5 प्रतिशत पर आने की उम्मीद है। एडीबी ने चेतावनी दी है कि प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में उच्च ब्याज दरों से वित्तीय अस्थिरता हो सकती है।
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