अनुभवी परमाणु वैज्ञानिक और परमाणु ऊर्जा आयोग (AEC) के पूर्व अध्यक्ष शेखर बसु का निधन COVID-19 के कारण हुआ. उन्होंने भारत सरकार, परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) के सचिव और भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) के निदेशक के रूप में कार्य किया. उनका जन्म 20 सितंबर, 1952 को मुजफ्फरपुर, बिहार में हुआ था.
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उपलब्धियां:
- उन्होंने भारत की पहली परमाणु-संचालित पनडुब्बी, INS अरिहंत के लिए अत्यधिक जटिल रिएक्टर विकसित किया.
- वे तारापुर और कलपक्कम में परमाणु रीसायकल संयंत्रों के डिजाइन, निर्माण और संचालन के पीछे महत्वपूर्ण व्यक्ति थे.
- उन्होंने तमिलनाडु में भारतीय न्यूट्रिनो वेधशाला के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
पुरस्कार और सम्मान:
- उन्होंने पद्मश्री (2014) प्राप्त किया था.
- उन्होंने अन्य में से इंडियन न्यूक्लियर सोसाइटी अवार्ड (2002), DAE ग्रुप अचीवमेंट अवार्ड (2006) और DAE स्पेशल अचीवमेंट अवार्ड (2007) प्राप्त किया.
- वह इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग (INAE) और इंडियन सोसाइटी फॉर नॉन-डिस्ट्रक्टिव टेस्टिंग (ISNT) के फेलो थे.



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